योगी सरकार का ऐतिहासिक फैसला: नियुक्ति पर लगी रोक हटाई
लखनऊ, 13 दिसंबर। योगी सरकार ने स्थायी रूप से दिव्यांग होमगार्डों के परिवारों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग होमगार्डों के आश्रितों की नियुक्ति पर लगी रोक हटाने का फैसला लिया है। इस निर्णय से उन परिवारों को राहत मिलेगी, जो लंबे समय से आर्थिक कठिनाइयों और अनिश्चितता का सामना कर रहे थे। यह कदम राज्य सरकार के जनसरोकार और मानवता के प्रति संवेदनशीलता का एक और प्रमाण है।
पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए बहुस्तरीय जांच प्रक्रिया
नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए बहुस्तरीय जांच प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत नियुक्ति से पहले जिलास्तरीय सीएमओ समिति से लेकर डीजी होमगार्ड कार्यालय तक चार चरणों में जांच होगी।
- प्रथम चरण: जिलास्तरीय सीएमओ समिति द्वारा आवेदन की प्रारंभिक जांच।
- दूसरा चरण: जिला कमांडेंट द्वारा संस्तुति और मुख्यालय को आवेदन भेजना।
- तृतीय चरण: चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की समिति द्वारा गहन सत्यापन।
- अंतिम चरण: डीजी होमगार्ड समिति की सिफारिशों पर अंतिम निर्णय।
इस प्रक्रिया में चिकित्सा और अन्य आवश्यक जांचों को निष्पक्ष और त्रुटिहीन बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रतिष्ठित संस्थानों को शामिल किया गया है।
लंबित मामलों के समाधान की दिशा में बड़ी पहल
2022 में अपात्र उम्मीदवारों की नियुक्ति और अनुग्रह राशि के दुरुपयोग के मामले सामने आने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी। इस कारण करीब 250 से अधिक मामले लंबित हो गए थे। प्रभावित परिवारों को आर्थिक संकट और असमंजस का सामना करना पड़ा। योगी सरकार ने इन घटनाओं को सुधार का अवसर बनाते हुए जांच प्रक्रिया को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाया है।
मानवता और न्याय के साथ आगे बढ़ रही सरकार
योगी सरकार का यह निर्णय न केवल प्रशासनिक सुधार है, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह उन परिवारों के प्रति सहानुभूति और समर्थन को दर्शाता है, जो अपने प्रियजन के दिव्यांग होने के कारण कठिनाई झेल रहे थे।
दिव्यांग होमगार्डों के परिवारों में उम्मीद की किरण
यह फैसला उन परिवारों के लिए एक नई आशा लेकर आया है, जो लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे थे। योगी सरकार ने यह साबित कर दिया है कि वह केवल विकास और कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर तबके की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।
योगी सरकार का यह कदम मानवता और न्याय का एक अद्भुत उदाहरण है, जिससे न केवल दिव्यांग होमगार्डों के परिवारों का भला होगा, बल्कि समाज में सरकार की सकारात्मक छवि भी सुदृढ़ होगी।