उत्तर प्रदेश में सड़क छाप मजनुओं और शोहदों पर सख़्त कार्रवाई करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने नया फ़ार्मूला अपनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि पुलिस बल में होने वाली 60,000 नई भर्तियों में 20% हिस्सेदारी बेटियों को दी जाएगी। यह फ़ैसला महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
योगी आदित्यनाथ का मानना है कि बेटियाँ अब खुद अपने साथ होने वाली बदसलूकी का जवाब देंगी। उन्होंने कहा, “सड़क पर शोहदों के सही इलाज़ अब बेटियाँ ही करेगी,” इस पहल का मकसद है कि महिलाएं न सिर्फ अपनी सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनें बल्कि दूसरों की रक्षा भी कर सकें।
इस कदम से न केवल महिलाओं को सशक्त बनाया जाएगा बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती बदसलूकी पर भी अंकुश लगेगा। योगी सरकार की इस पहल से प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद की जा रही है, खासकर महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर।