छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने किए पुख्ता इंतजाम

वाराणसी में 11 एनडीआरएफ बटालियन की टीमें रहेंगी तैनात, घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध

वाराणसी, 23 अक्टूबर: लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियों के बीच योगी सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। छठ पर्व के दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा तटों, सरोवरों और कुंडों पर सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचते हैं। इस विशाल जनसमूह को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।

छठ पूजा के अवसर पर 11वीं एनडीआरएफ बटालियन के प्रशिक्षित जवान वाराणसी, बीएलडब्ल्यू और चंदौली जिले के विभिन्न घाटों पर तैनात रहेंगे। ये टीमें पूरी तरह से आधुनिक उपकरणों और आपदा प्रबंधन संसाधनों से लैस हैं। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तुरंत सहायता मिल सके और पर्व शांतिपूर्ण व सुरक्षित माहौल में संपन्न हो।

24 घंटे मुस्तैद रहेंगी टीमें

एनडीआरएफ के 11वीं बटालियन के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार छठ पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह सतर्क हैं। वाराणसी में गंगा घाटों के साथ-साथ बनारस रेल इंजन कारखाना (बीएलडब्ल्यू) स्थित सूर्य सरोवर और चंदौली जिले के विभिन्न सरोवरों व घाटों पर भी एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।

उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर करीब 7 टीमें वाराणसी और आस-पास के इलाकों में तैनात रहेंगी। प्रत्येक टीम में 30 प्रशिक्षित एनडीआरएफ कर्मी शामिल हैं। आवश्यकता पड़ने पर टीमों की संख्या और बढ़ाई जा सकती है। सभी टीमें जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस के समन्वय में 24 घंटे कार्यरत रहेंगी।

आधुनिक उपकरणों से लैस हैं एनडीआरएफ के जवान

सुरक्षा के इस महाअभियान में एनडीआरएफ के जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। इनमें रेस्क्यू मोटर बोट, वॉटर एम्बुलेंस, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय, गोताखोर उपकरण, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य जीवनरक्षक सामग्री शामिल हैं। इन साधनों की मदद से किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य किया जा सकेगा।

टीमें घाटों के पास अपने सभी संसाधनों के साथ तैनात रहेंगी ताकि किसी भी अनहोनी की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा, हर घाट पर जलपथ और स्थल दोनों दिशाओं में निगरानी रखी जाएगी।

जिला प्रशासन के साथ समन्वय में चल रहा अभियान

एनडीआरएफ और जिला प्रशासन मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छठ पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या दुर्घटना न हो। सुरक्षा, सफाई, प्रकाश व्यवस्था और चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीमें न केवल जल सुरक्षा का दायित्व संभालेंगी, बल्कि जरूरत पड़ने पर भीड़ प्रबंधन और प्राथमिक चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराएंगी।

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि घाटों पर मेडिकल कैंप, एम्बुलेंस और कंट्रोल रूम की भी व्यवस्था की गई है। घाटों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का भी प्रयोग किया जाएगा। सभी अधिकारियों को सतर्क मोड पर रखा गया है।

आस्था के बीच सुरक्षा का भरोसा

छठ पर्व पर हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा, सरोवरों और तालाबों के तटों पर एकत्र होकर अस्ताचलगामी और उदय होते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। वाराणसी में गंगा घाटों पर सुबह-शाम श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम दिखाई देता है। इस भीड़ के बीच किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत किया गया है।

एनडीआरएफ के जवान घाटों पर लगातार गश्त करेंगे और व्रतधारियों की हर संभव मदद करेंगे। वाहिनी मुख्यालय में भी 24 घंटे जवान तैनात हैं, जो आसपास के क्षेत्रों में किसी भी संकट से निपटने के लिए तैयार रहेंगे।

सुरक्षित और शांतिपूर्ण पर्व की तैयारी पूरी

सरकार और प्रशासन की इन तैयारियों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छठ पर्व श्रद्धा, भक्ति और सुरक्षा के साथ संपन्न हो। घाटों की सफाई, बैरिकेडिंग, प्रकाश व्यवस्था और जल स्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।

छठ पर्व के दौरान वाराणसी के घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ के लिए सुरक्षा इंतजामों के साथ-साथ एनडीआरएफ की मौजूदगी श्रद्धालुओं के लिए भरोसे का प्रतीक बनेगी। योगी सरकार की पहल से यह सुनिश्चित किया गया है कि आस्था का यह महापर्व बिना किसी बाधा के संपन्न हो और हर व्रती सुरक्षित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित कर सके।

TOP

You cannot copy content of this page