सावन के चौथे सोमवार को महादेव के इन स्वरूपों की करें आराधना-पूरी होगी मनोकामना

वाराणसी(काशीवार्ता)।सावन का महीना शिव भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस माह में भगवान शिव की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। खासकर सावन के सोमवार को शिव भक्त पूरे विधि-विधान से शिवलिंग की पूजा करते हैं। सावन के चौथे सोमवार को महादेव के कुछ विशेष स्वरूपों की पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। आइए जानते हैं महादेव के उन स्वरूपों के बारे में जिनकी इस दिन पूजा करनी चाहिए।

1. महाकालेश्वर

महाकालेश्वर भगवान शिव का एक प्रमुख रूप है। इसे कालों के काल यानी काल पर विजय प्राप्त करने वाला माना जाता है। इस स्वरूप की पूजा करने से भक्त को मृत्यु भय से मुक्ति मिलती है और जीवन में आने वाली हर बाधा दूर होती है।

2. त्र्यम्बकेश्वर

त्र्यम्बकेश्वर शिव के त्रिनेत्र रूप का प्रतीक है। इस स्वरूप की पूजा से ज्ञान, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसे देखने से भक्त की सभी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं और वह आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर होता है।

3. केदारनाथ

केदारनाथ शिव का हिमालय में स्थित एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग है। इसकी पूजा से भक्तों के सभी पाप नष्ट होते हैं और वे मोक्ष की ओर अग्रसर होते हैं। यह स्वरूप भक्तों को शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करता है।

4. नीलकंठ

नीलकंठ शिव का वह रूप है जो समुद्र मंथन के दौरान विष पीकर नीलकंठ कहलाए। इस स्वरूप की पूजा करने से विषाक्त तत्वों और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है। इसे विशेषकर उन लोगों को पूजना चाहिए जो स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।

पूजा विधि:

इन स्वरूपों की पूजा करते समय शिवलिंग पर जल, दूध, बिल्व पत्र, धतूरा, और आक के फूल अर्पित करें। साथ ही, ओम नमः शिवाय मंत्र का जप करें। इस दिन उपवास रखकर महादेव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। सावन के चौथे सोमवार को इन स्वरूपों की पूजा से भक्तों को समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और शिवजी की कृपा प्राप्त होती है।

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