वाराणसी।सावन का महीना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है, और इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में भोलेनाथ की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यहां हम सावन में शिव जी की पूजा विधि और इससे मिलने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
सावन में पूजा की विधि
- स्नान और पवित्रता:
- पूजा शुरू करने से पहले स्वयं को स्वच्छ करें। सुबह जल्दी उठकर गंगा जल या शुद्ध पानी से स्नान करें।
- साफ कपड़े पहनें और पूजा स्थल को भी साफ करें।
- शिवलिंग की स्थापना:
- घर के पूजा स्थल में शिवलिंग की स्थापना करें। यदि शिवलिंग उपलब्ध नहीं है, तो भगवान शिव की तस्वीर भी स्थापित की जा सकती है।
- पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़क कर पवित्र करें।
- पंचामृत से अभिषेक:
- शिवलिंग का पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से अभिषेक करें। यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का मुख्य उपाय माना जाता है।
- इसके बाद गंगाजल से पुनः स्नान कराएं।
- पूजन सामग्री:
- भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग, चावल, सफेद फूल, और फल अर्पित करें। इनका भगवान शिव की पूजा में विशेष महत्व है।
- धूप, दीप, और अगरबत्ती जलाकर शिव जी की आरती करें।
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप:
- महामृत्युंजय मंत्र या “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें। माना जाता है कि इस मंत्र के जाप से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।
- कम से कम 108 बार मंत्र जाप करें।
- शिव चालीसा और आरती:
- शिव चालीसा का पाठ करें और शिव जी की आरती उतारें। इससे शिव जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- व्रत और उपवास:
- सावन के सोमवार को व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस दिन केवल फलाहार करें और शाम को शिव जी की आरती के बाद ही भोजन करें।
सावन में पूजा के लाभ
- सभी मनोकामनाओं की पूर्ति: माना जाता है कि सावन में भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- स्वास्थ्य लाभ: भगवान शिव का अभिषेक करने से मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
- सुख-समृद्धि: परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
- विवाह की बाधाएं दूर: कुंवारी कन्याएं इस महीने व्रत और पूजा कर शीघ्र विवाह की कामना करती हैं। इससे विवाह की बाधाएं दूर होती हैं।
- कर्ज से मुक्ति: सावन में शिव पूजा से आर्थिक समस्याओं और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
विशेष सावधानियां
- सावन के महीने में मांसाहार और नशे से दूर रहें।
- बासी और अशुद्ध भोजन से बचें।
- पूजा में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान सच्चे मन से की गई पूजा और उपासना अवश्य ही फलदायी होती है। भोलेनाथ की कृपा से भक्तों की सभी समस्याएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इसलिए इस पवित्र महीने में भगवान शिव की आराधना को पूरे विधि-विधान के साथ संपन्न करें।