सामाजिक एकजुटता के बिना राष्ट्रीय एकता को चुनौती: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ जी की 10वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा

गोरखपुर, 21 सितंबर। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जातीय विभेद और छुआछूत जैसी समस्याओं के चलते जब तक समाज में एकजुटता नहीं आएगी, तब तक राष्ट्रीय एकता को चुनौती मिलती रहेगी। महंत अवेद्यनाथ जी की 10वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में सीएम योगी ने कहा कि भारत की संत परंपरा ने हमेशा समाज को जोड़ने का संदेश दिया है।

मुख्यमंत्री ने महंत अवेद्यनाथ जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा मिलती है। महंत अवेद्यनाथ धर्म के सच्चे सेवक और समाज सुधारक थे। वे सहज लोगों के लिए वात्सल्य स्वरूप थे, जबकि धर्मविरोधी आचरण के प्रति कठोर थे।

सीएम योगी ने कहा कि गोरक्षपीठ की परंपरा हमेशा से समाज को जोड़ने की रही है। उन्होंने इतिहास के विभिन्न कालखंडों में देश की गुलामी के कारणों को समझने की प्रेरणा दी और जाति विभाजन के दुष्परिणामों की ओर ध्यान खींचा।

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले दस वर्षों में भारत सही दिशा में प्रगति कर रहा है और इस दौर में हमें विभाजनकारी ताकतों से सतर्क रहना होगा। संतों की शिक्षाओं को आत्मसात करके समाज में एकता और सद्भाव बनाए रखना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि गुरु गोरखनाथ से लेकर स्वामी रामानंद और स्वामी रामानुजाचार्य तक की संत परंपरा सामाजिक एकजुटता को पोषित करती आई है। महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ ने भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सामाजिक समरसता और सेवा कार्यों में अहम भूमिका निभाई।

महंत बालकनाथ, स्वामी वासुदेवाचार्य, और अन्य धार्मिक व्यक्तियों ने भी महंत द्वय के योगदान को याद किया।

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