वाराणसी (काशीवार्ता)। भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अयोग्य ठहराये जाने के बाद अपनी मां को संबोधित एक भावुक संदेश में कुश्ती को अलविदा कहने की घोषणा की और कहा कि अब आगे खेलने की ताकत नहीं है। विनेश को बुधवार को महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल से पहले 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य ठहराया गया था। दो बार की विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता विनेश ने कहा, कि ‘अलविदा कुश्ती 2001 से 2024 का सफर। मैं आप सभी की हमेशा ऋणी रहूंगी, मुझे माफ कर दीजिए। 2024 ओलंपिक कुश्ती प्रतियोगिता में वजन कम करने में विफल रहने के कारण अयोग्य घोषित किए जाने से पूर्व विनेश ने जापान की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी, यूक्रेन की पूर्व यूरोपीय चैंपियन ओक्साना लिवाच और क्यूबा की मौजूदा पैन अमेरिकन गेम्स चैंपियन युसनेलिस गुजमान को हराकर महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचीं थीं। अपने वजन को कम करने के लिए किए गए अथक प्रयासों के बावजूद, विनेश का वजन उनके भार वर्ग 50 किग्रा से मात्र सौ ग्राम अधिक पाया गया और उन्हें कुश्ती फाइनल मुकाबले के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही ओलंपिक में कुश्ती फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला बनने का विनेश फोगाट का सपना टूट गया।
मां कुश्ती मुझसे जीत गई
विनेश ने अपनी मां प्रेमलता को संबोधित करते हुए लिखा, ‘मां कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई आपके सपने और मेरी हिम्मत टूट गई है। मुझमें अब और आगे बढ़ने की ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती मैं हमेशा आप सभी की ऋणी रहूंगी। विनेश इतिहास में सबसे सफल भारतीय पहलवानों में से एक के रूप में संन्यास ले रह हैं। तीन बार की ओलंपियन, दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता, तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन और एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता हैं।