डॉ.राजेंद्र प्रसाद को नई पीढ़ी जाने व उनके चरित्र को अपने जीवन में समाहित करे-विजयलक्ष्मी

महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह से जुड़ कर देश सेवा में समर्पित किया-डॉ प्रसन्न

वाराणसी। डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति ही नही वरन महान विधिवेत्ता, सरलता के प्रतिमूर्ति और संविधान के रचयिता थे। भारत के सर्वाधिक समय तक राष्ट्रपति रहने के बावजूद हम उन्हे सही अर्थों मे सम्मान नही दे सके। आज आवश्यकता इस बात की है कि उनकी शिक्षा विद्वता व सरलता से नई पीढ़ी सीखे और अपने जीवन में समाहित कर उन्नति करे। उक्त बातें उच्च न्यायालय इलाहाबाद की पूर्व न्यायमूर्ति विजयलक्ष्मी ने चित्रगुप्त सभा काशी द्वारा डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद जयंती पर आयोजित विचारगोष्ठी का उद्घाटन करते हुये व्यक्त की। चित्रगुप्त सभा काशी ने भारतीय संविधान के रचयिता महान विधिवेत्ता भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेन्द्र प्रसाद जी के 140वीं जयन्ती पर विचार गोष्ठी का आयोजन जीवनदीप शिक्षण समूह बड़ा लालपुर मे किया। विशिष्ट अतिथि विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कहा कि राजेन्द्र बाबू का संपूर्ण जीवन ही देश के लिये समर्पित था। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये चित्रगुप्त सभा के अध्यक्ष व पूर्व स्वास्थ्य एवं चिकित्सा निदेशक डॉ.प्रसन्न कुमार ने कहा कि अपने अध्ययन काल मे ही राजेन्द्र बाबू ने महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह से जुड़ कर देश सेवा में स्वयं को लगा दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए चित्रगुप्त सभा काशी के महामंत्री व राव आईएएस के निदेशक अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ.राजेंद्र प्रसाद हमें संविधान के रूप मे अनुपम भेंट दिया है, जो एक मार्ग निर्देशिका के रूप मे आम नागरिक से लेकर विधायिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका के लिये कार्य कर रही है। जीवनदीप शिक्षण समूह के निदेशक डॉ.अशोक कुमार सिंह ने संगोष्ठी में आये सभी का स्वागत करते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह के आयोजन के प्रति चित्रगुप्त सभा काशी से प्रतिबद्धता ली। विषय स्थापना करते हुये चित्रगुप्त सभा काशी के उपाध्यक्ष एड.व्योमेश चित्रवंश ने राजेन्द्र बाबू के जीवन व सादगी के बारे मे विस्तार से प्रकाश डाला। इस दौरान संस्था के उपाध्यक्ष प्रकाश कुमार श्रीवास्तव ‘गणेश जी’, कोषाध्यक्ष अरविन्द श्रीवास्तव, संयुक्त मंत्री विन्धेश्वरी श्रीवास्तव , कार्यकारिणी सदस्य विनय श्रीवास्तव, डॉ.राजेश श्रीवास्तव, पूर्व महामंत्री अरविन्द श्रीवास्तव, डॉ.पायल श्रीवास्तव, आभा श्रीवास्तव, पूर्व चिकित्सा निदेशक डॉ.लिली श्रीवास्तव, योगेन्द्र सिंह, संजीव वर्मा, संजय,अनिल आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन जीवनदीप समूह की निदेशिका डॉ.अंशू सिंह ने किया। तत्पश्चात चित्रगुप्त सभा काशी के सदस्य राजेंद्र प्रसाद घाट पर पहुंचे और डॉ.राजेंद्र प्रसाद घाट पर कई दिनों से विस्मृत प्रथम राष्ट्रपति की प्रतिमा का उपेक्षित स्थिति पर नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया। जिसे संज्ञान लेते हुए नगर निगम ने राजेंद्र प्रसाद घाट पर प्रतिमा का रंगरोगन और सफाई करवाई।

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