सीएमएस स्कूल में 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन
लखनऊ, 22 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य को भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए इसे वैश्विक शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व की दिशा में भारत की सोच का प्रतीक कहा। उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और प्रतिनिधि शामिल हुए।
अनुच्छेद 51 की भावना: विश्व शांति के लिए प्रेरक
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद अंतरराष्ट्रीय संबंधों को सम्मानजनक बनाने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की प्रेरणा देता है। योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि यह भारत के संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होने के अमृत महोत्सव वर्ष के साथ आयोजित हो रहा है।
युद्ध समाधान नहीं, सहयोग और संवाद जरूरी
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ के संबोधन का उल्लेख करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने वैश्विक नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें।
भारत की वैश्विक प्रतिबद्धता
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनुच्छेद 51 भारत की वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का मार्गदर्शन करता है। उन्होंने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमेशा वैश्विक शांति और सहयोग को प्राथमिकता दी है।
सीएमएस के संस्थापक को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों के कारण यह सम्मेलन एक प्रभावशाली वैश्विक मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी किंगडन को कार्यक्रम को सफलतापूर्वक जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
सम्मेलन में विश्व नेताओं की भागीदारी
सम्मेलन में हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति और हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री समेत 56 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ. भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन और छात्रों ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह आयोजन अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा और वैश्विक संवाद व सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।