हिंदू धर्म में धार्मिक आयोजनों में स्वास्तिक चिन्ह बनाना काफी शुभ मानते हैं। स्वास्तिक चिन्ह को कुमकुम या फिर हल्दी से भी बनाया जाता है। नए घर में प्रवेश करना, नए वाहनों का पूजा करना या फिर किसी भी शुभ कार्य स्थल पर इस शुभ चिन्ह को जरूर बनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्वास्तिक चिन्ह को काफी भाग्यशाली मानते हैं।
घर में आती है सुख-समृद्धि
वैसे तो इसे कुमकुम से भी बनाते हैं पर हल्दी से भी इसे तैयार किया जाता है। हल्दी से बनाए स्वास्तिक चिन्ह से घर में सुख और समृद्धि तो आती ही है साथ ही कई और अन्य लाभ की प्राप्ति होती है। आइए विस्तार से ज्योतिष शास्त्र के जरिए हल्दी से बने स्वास्तिक चिन्ह से मिलने वाले लाभ के बारे में जानें-
घर में यहां बनाएं स्वास्तिक चिन्ह
अब सबसे बड़ा सवाल खड़ा यह होता है कि घर के किस स्थान में हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह घर के मुख्य द्वार पर बनाना शुभ होता है। इसके अलावा घर के मंदिर में भी हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाना शुभ मानते हैं। ऐसा करने से पूरे घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है।
स्वास्थ्य लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में स्वास्तिक चिन्ह बनाने से कई पुरानी बीमारी छुटकारा मिलता है। इसलिए जब भी कोई लंबी बीमारी से जूझ रहा हो तो घर में हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह अवश्य बनाएं।
मां लक्ष्मी और कुबेर देव की मिलेगी कृपा
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाने से सभी सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती रहती है। इतना ही नहीं इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी बना रहता है।
नकारात्मक ऊर्जा होगी दूर
घर के मंदिर में हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। नेगेटिव ऊर्जा को दूर करने के लिए मंदिर में पूजा करते समय जरूर ही स्वास्तिक चिन्ह बनाएं।