महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर वाराणसी पुलिस का संकल्प: मिशन शक्ति के अंतर्गत निडर कार्यक्रम का समापन

वाराणसी(काशीवार्ता): उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाए जा रहे “मिशन शक्ति” अभियान के अंतर्गत 28 सितंबर को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने संत एक महाविद्यालय में आयोजित “निडर” कार्यक्रम के समापन समारोह में शिरकत की। यह कार्यक्रम महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (WCSO) द्वारा 24 से 28 सितंबर तक आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मसुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उनके प्रति होने वाले अपराधों को रोकना था।

समारोह के दौरान पुलिस आयुक्त ने महिलाओं और छात्राओं से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के अपराध या छेड़खानी की घटनाओं में चुप्पी न साधें। उन्होंने कहा कि अपराधी की शिकायत न करने पर उसका हौसला बढ़ता है, जिससे वह भविष्य में गंभीर अपराध कर सकता है। उन्होंने महिलाओं को 1090 और 112 पर किसी भी अपराध की शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी और बताया कि 1090 पर शिकायत करने पर घर बैठे ही कार्रवाई की जाती है जबकि 112 पर कॉल करने पर पुलिस की गाड़ी कुछ ही मिनटों में मदद के लिए पहुंच जाती है।

स्कूलों में सुरक्षा के निर्देश

महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस आयुक्त ने स्कूल प्रबंधन को स्कूल गेट, आने वाले रास्तों और बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया, ताकि छेड़खानी और अपराधों की निगरानी की जा सके। साथ ही, स्कूलों में शिकायत पेटिका लगाने का निर्देश भी दिया, जिससे छात्राएं अपनी पहचान छिपाकर अपनी समस्याएं प्रबंधन तक पहुंचा सकें।

साइबर अपराधों से बचाव पर जोर

आधुनिक समय में बढ़ते साइबर अपराधों पर चिंता जताते हुए पुलिस आयुक्त ने साइबर अपराधों से बचने के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर वीडियो कॉल के जरिए लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संवेदनशील जानकारी जैसे OTP, PIN या CVV किसी के साथ साझा न करें। साथ ही, साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर संपर्क करने की सलाह दी, जिससे धन की वापसी की संभावना बनी रहती है।

महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम

पुलिस आयुक्त ने बताया कि वाराणसी में महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अहम कदम उठाए गए हैं। 1090 महिला हेल्पलाइन, 112 पुलिस हेल्पलाइन, 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन और 1930 साइबर हेल्पलाइन जैसी सेवाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा, पीआरवी 112 की गाड़ियां 24 घंटे गश्त पर रहती हैं, जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल होती हैं। महिला अपराधों की शिकायत के लिए महिला थाने और 17 पिंक बूथ्स स्थापित किए गए हैं।

एंटी रोमियो स्क्वॉड और शक्ति दीदी प्रोजेक्ट

महिला उत्पीड़न रोकने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉड की सक्रियता बढ़ाई गई है। कुल 31 एंटी रोमियो टीमें स्कूल, कॉलेज, पार्क और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सक्रिय रहती हैं। साथ ही, “शक्ति दीदी प्रोजेक्ट” के तहत महिला बीट अधिकारी महिलाओं को जागरूक करने का काम कर रही हैं। वाराणसी में 128 महिला बीट बनाई गई हैं, जिनमें 247 महिला आरक्षी तैनात हैं।

सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के उपाय

महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के 37,345 डार्क स्पॉट्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही, थानों, स्कूलों के क्लासरूम और बाथरूम के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं।

समन्वय से अपराध पर नियंत्रण

पुलिस और स्थानीय नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर अपराधों की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों की वैधानिक कार्यवाही को दो महीने के भीतर पूरा करने और साक्षी सुरक्षा योजना के तहत पीड़िता को सुरक्षा प्रदान करने की नीति भी लागू की गई है।

समारोह के अंत में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने उपस्थित छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करने की अपील की और महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

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