वाराणसी: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा के विरोध में ‘बनारस बंद’ आज, दुकानें और मंडियाँ रहेंगी बंद

वाराणसी(काशीवार्ता)— बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध, जैन, और सिख समाज के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में गुरुवार को वाराणसी में ‘बनारस बंद’ का आह्वान किया गया है। इस बंद के तहत शहर के कल-कारखानों में उत्पादन को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा, और साथ ही गल्ला-किराना, सर्राफा, और दवा की थोक मंडियों के साथ विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे। इस बंद का आह्वान हिंदू रक्षा समिति द्वारा किया गया है, जो शहर के व्यापारियों और उनके संगठनों से इसे सफल बनाने की अपील कर रही है।

बंद को सफल बनाने के लिए बुधवार को पिपलानी कटरा स्थित एक बैंक्वेट हॉल में विभिन्न व्यापार मंडलों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में व्यापार मंडलों के पदाधिकारियों और सदस्यों ने दुकानें बंद रखने और बंद के समर्थन में आयोजित आक्रोश रैली में शामिल होने का संकल्प लिया। रैली के आयोजन के लिए काशी के प्रमुख संगठनों ने भी समर्थन जताया।

आक्रोश रैली का आयोजन आज गुरुवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से किया जाएगा, जिसमें शहर के व्यापारी बड़ी संख्या में हिस्सा लेंगे। इस रैली से पहले, दोपहर दो बजे शहीद उद्यान के मुख्य द्वार पर व्यापारियों की एक सभा होगी, जिसके बाद रैली भारत माता मंदिर तक निकाली जाएगी। इस बैठक में रैली संयोजक स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती के अलावा प्रेम मिश्रा, अशोक जायसवाल, संदीप चतुर्वेदी, अजीत सिंह बग्गा, संजीव सिंह बिल्लू सहित अन्य प्रमुख व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

काशी प्रतिनिधि व्यापार मंडल से जुड़े क्षेत्रीय व्यापार मंडलों के पदाधिकारियों ने एक वेबिनार के माध्यम से सभी व्यापारियों से इस बंद को सफल बनाने की अपील की। वहीं, वाराणसी किराना व्यापार समिति से जुड़े व्यापारियों ने एक वाहन रैली का भी आयोजन किया, जो विश्वेश्वरगंज से शुरू होकर मैदागिन और लहुराबीर होते हुए शहीद उद्यान पहुंचेगी। इस बंद के माध्यम से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर विरोध जताया जाएगा और इसे रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की मांग की जाएगी।

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