अयोध्या, 30 अक्टूबर: श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद पहली बार दीपोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें सरयू के तट पर 25,12,585 दीप जलाए गए। इस अलौकिक और अविस्मरणीय आयोजन ने न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि संपूर्ण भारत को आस्था और आत्मीयता के दीपों से आलोकित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दीप प्रज्ज्वलन कर सुखी, स्वस्थ और समृद्ध भारत की कामना की।
रामनगरी में अनोखी दीपावली
22 जनवरी 2024 को प्रभु श्रीराम के अपने दिव्य मंदिर में विराजमान होने के उपरांत यह दीपोत्सव त्रेतायुग जैसा दृश्य उत्पन्न कर गया। अवधपुरी में इस वर्ष विशेष आह्लाद और उमंग का माहौल रहा। हर श्रद्धालु ने अपने आराध्य के प्रति आस्था के दीप जलाए और पूरी अयोध्या को आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया। घर-घर में दीप जलाए गए और श्रद्धालु राम, जय जय श्रीराम के उद्घोष में लीन रहे।
35 लाख से अधिक दीप, 55 घाटों पर प्रज्ज्वलन
पूरी अयोध्या में 35 लाख से अधिक दीप जलाए गए, जिनमें राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 25,12,585 दीप प्रज्ज्वलित हुए। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और अन्य महाविद्यालयों के 30,000 स्वयंसेवकों ने इसमें योगदान दिया। नोडल अधिकारी संत शरण मिश्र और मीडिया प्रभारी विजयेंदु चतुर्वेदी के निर्देशन में इस दीपोत्सव को सफल बनाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया पूजन और राज्याभिषेक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रामकथा पार्क में भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान का पूजन और आरती की। मुख्यमंत्री ने राम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया और ‘राम आए अवध नगरिया’ गीतों के बीच श्रद्धालुओं ने आस्था प्रकट की।
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और रथ खींचने का दृश्य
राम-लक्ष्मण और सीता के प्रतीकात्मक आगमन पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रथ खींचकर इस श्रद्धा पर्व को और भी भव्य बनाया। इस भव्य आयोजन में हर किसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार प्रकट किया।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत का दृश्य
अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की झलक देखने को मिली। इस आयोजन में विभिन्न राज्यों के कलाकार और श्रद्धालु शामिल हुए और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। अयोध्या के दीपोत्सव में हर भाषा, शैली और विधा के लोगों ने भाग लिया, जिससे सांस्कृतिक एकता का सुंदर दृश्य प्रस्तुत हुआ।
सरयू आरती का नया रिकॉर्ड
पहली बार 1121 वेदाचार्यों ने सरयू आरती की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसमें भाग लिया। इस आरती का आयोजन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल हुआ। अनेक साधु-संतों और विशिष्ट जनों ने भी सरयू मैया की आरती की।
ड्रोन शो का अद्भुत नजारा
दीपोत्सव में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया गया, जिसमें 500 ड्रोन ने आकाश में भगवान श्रीराम की आकृतियां उकेरीं। इस दृश्य ने श्रद्धालुओं को भाव-विह्वल कर दिया। देश के विभिन्न राज्यों के 1300 से अधिक कलाकारों ने दीपोत्सव को और भी रंगीन बना दिया।
हृदय में राम पुस्तक का विमोचन और प्रदर्शनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पर्यटन के मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया और महापौर गिरीशपति त्रिपाठी की पुस्तक ‘हृदय में राम’ का विमोचन किया। सरयू अतिथि गृह में राज्य ललित कला अकादमी द्वारा भगवान श्रीराम के जीवन पर आधारित चित्रकला और मूर्तियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया।
अयोध्या का यह दीपोत्सव, 500 वर्षों के बाद, राम भक्तों के लिए आस्था और उत्साह का अद्वितीय पर्व बना।