
संगम क्षेत्र को 2 हेक्टेयर तक किया गया विस्तारित
योगी सरकार ने महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को संगम स्नान कराने के लिए ऐतिहासिक तैयारी की है। मात्र 85 दिनों के अंदर सिंचाई विभाग की यांत्रिक शाखा बैराज यंत्रिक खंड, वाराणसी ने संगम त्रिवेणी पर 2 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को विस्तार दिया। इस विस्तार से अब हर घंटे 2 लाख श्रद्धालु सुगमता से स्नान कर सकेंगे।
तीन गुना बढ़ी स्नान क्षमता
2019 के कुम्भ में संगम नोज की स्नान क्षमता 50,000 श्रद्धालु प्रति घंटा थी। कटान के कारण यह क्षेत्र सीमित हो गया था, लेकिन 2025 के लिए इसे तीन गुना बढ़ाकर हर घंटे 2 लाख श्रद्धालुओं के स्नान की क्षमता विकसित की गई।
26 हेक्टेयर भूमि को किया गया रिक्लेम
शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक कुल 26 हेक्टेयर भूमि को नदी से रिक्लेम किया गया। नदी द्वारा समाहित 2 हेक्टेयर क्षेत्र को पुनः विकसित करने के लिए 4 बड़ी ड्रेजर मशीनों का उपयोग किया गया। इस कार्य से संगम स्नान के लिए तीन दिशाओं में विस्तार संभव हो सका है।
सिंचाई विभाग की ऐतिहासिक उपलब्धि
सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता उपेन्द्र सिंह ने बताया कि महाकुम्भ 2025 में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान का संकल्प लिया गया है। 15 अक्टूबर 2024 से शुरू यह कार्य 7 जनवरी 2025 को समाप्त हुआ। मात्र 85 दिनों में दिन-रात तीन शिफ्टों में काम करते हुए 7 लाख घन मीटर सिल्ट हटाई गई। शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक 6 लाख घन मीटर बालू का उपयोग कर विस्तार किया गया।
दूसरे घाटों का भी विस्तार
संगम नोज के साथ एरावत घाट पर भी 75,000 घन मीटर बालू देकर क्षेत्र को विस्तारित किया गया। इसके अलावा घाटों की मजबूती और विस्तार के लिए 1,650 मीटर बालू की बोरियां लगाई गईं।
आसान और सुगम स्नान की सुविधा
संगम क्षेत्र का यह विस्तार महाकुम्भ के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे श्रद्धालु न केवल सुगमता से स्नान कर पाएंगे, बल्कि घाटों पर भीड़भाड़ से बचाव होगा। योगी सरकार का यह प्रयास श्रद्धालुओं की आस्था और सुविधा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।