उत्तर प्रदेश के दो शिक्षकों को मिलेगा ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’

काशीवार्ता न्यूज़।उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ और मिर्जापुर के दो शिक्षकों को ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024’ के लिए चयनित किया गया है। इन शिक्षकों को 5 सितंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया जाएगा। चयनित शिक्षकों में प्रतापगढ़ के श्याम प्रकाश मौर्या और मिर्जापुर के रविकांत द्विवेदी शामिल हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा चयनित इन शिक्षकों को पुरस्कार स्वरूप 50,000 रुपए नकद, चांदी का मेडल और प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा।

श्याम प्रकाश मौर्य, जो प्रतापगढ़ के मान्धाता ब्लॉक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय मल्हूपुर में कार्यरत हैं, ने 2022 में ऑनलाइन ग्रुप बनाकर पूरे जिले के बच्चों को राष्ट्रीय आय आधारित परीक्षा के लिए प्रेरित किया था। उनकी इस पहल से 785 चयनित बच्चों को 3.76 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति प्राप्त हुई। इसके अलावा, वह प्रोजेक्टर और पीपीटी के माध्यम से बच्चों को आधुनिक तकनीक का उपयोग करके पढ़ाई कराने के लिए भी जाने जाते हैं, जिससे बच्चों को अध्ययन में आसानी होती है।

रविकांत द्विवेदी, जो मिर्जापुर के भगेसर स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं, ने ‘गणित का बगीचा’ जैसी अनूठी पहल की है, जिसने उन्हें काफी प्रसिद्धि दिलाई है। उनके द्वारा विद्यालय में डिजिटल क्लासेस और गणित के बगीचे जैसी नई तकनीकें अपनाकर बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की जाती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा दे रही है और ऐसे शिक्षकों को प्रोत्साहित कर रही है जो पठन-पाठन के नए तरीकों को अपनाते हैं। इस पहल का उद्देश्य अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा स्रोत तैयार करना है।

‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है और अपने छात्रों के शैक्षिक एवं व्यवहारिक जीवन में नैतिकता और मूल्यों को समृद्ध किया है। इस वर्ष कुल 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 50 शिक्षकों का चयन किया गया है, जिनमें हिमांचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, बिहार, अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, असम, झारखंड, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु और महाराष्ट्र शामिल हैं।

इन शिक्षकों की प्रेरणादायक कहानियां अन्य शिक्षकों और छात्रों के लिए एक आदर्श उदाहरण के रूप में प्रस्तुत की जाएंगी।

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