वाराणसी (काशीवार्ता) – वाराणसी कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर वीर शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इन अमर शहीदों ने अपने कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहुति दी थी। इस अवसर पर अन्य प्रमुख हस्तियां भी उपस्थित रहीं, जिनमें उत्तर प्रदेश के स्टाम्प और पंजीयन मंत्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष, खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया, वाराणसी मंडल आयुक्त कौशल राज शर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. के एजिलरसन, पुलिस महानिरीक्षक मोहित गुप्ता, अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
पुलिस आयुक्त का संबोधन:
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने अपने संबोधन में 21 अक्टूबर 1959 की ऐतिहासिक घटना का जिक्र किया, जब लद्दाख की चोटियों पर भारत की उत्तरी सीमा की रक्षा करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 10 जवानों ने चीनी सैनिकों के हमले का सामना करते हुए वीरगति प्राप्त की थी। उन्होंने बताया कि इन वीर जवानों की याद में हर साल 21 अक्टूबर को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है, जिसमें पुलिस के जवान अपने वीर साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
कर्तव्य की वेदी पर बलिदान:
आयुक्त ने आगे बताया कि 01 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक के समय में, देशभर में 216 पुलिसकर्मी कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए। उत्तर प्रदेश पुलिस के दो जवान, आरक्षी सचिन राठी (जनपद कन्नौज) और आरक्षी रोहित कुमार (जनपद प्रतापगढ़), ने नागरिक सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। पुलिस आयुक्त ने इन शहीदों के महान कर्तव्य पालन और बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस उनके अद्वितीय योगदान के प्रति नतमस्तक है और सभी पुलिसकर्मी इन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान विशेष सशस्त्र पुलिस जवानों ने शोक सलामी दी। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन रखा। समारोह में आए हुए विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
समाज के प्रति पुलिस का योगदान:
पुलिस आयुक्त ने पुलिस बल के समाज में योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने हर परिस्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाई है। उनके समर्पण, निष्ठा और बलिदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस उन सभी पुलिसकर्मियों को सम्मान देने का दिन है, जिन्होंने अपने कर्तव्य पालन के लिए प्राणों की आहुति दी।
समारोह का समापन शांतिपूर्ण वातावरण में हुआ, जिसमें पुलिस और नागरिक दोनों ही शामिल थे। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वे अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करते रहेंगे।