
वाराणसी में हाल ही में हुई मूसलधार बारिश ने शहर के मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। 14 घंटे के भीतर, गंगा का जलस्तर 1.13 मीटर तक बढ़ गया, और हर घंटे लगभग 7 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है। इस बारिश ने जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी तरफ गंगा के बढ़ते जलस्तर ने चिंता भी बढ़ा दी है।
मौसम का बदलता मिजाज
दो दिनों की शांति के बाद, वाराणसी में आज शाम को तेज बारिश हुई। इसके परिणामस्वरूप, तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट आई, जिससे स्थानीय निवासियों को गर्मी से राहत मिली। 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा ने मौसम को और सुहाना बना दिया। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगले 2 से 3 दिनों तक इसी तरह बारिश जारी रहने की संभावना है।
गंगा का बढ़ता जलस्तर
गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण घाटों पर भीड़ कम हो गई है, और सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं ताकि कोई दुर्घटना न हो।
शहर के जीवन पर असर
बारिश के कारण वाराणसी की दैनिक जीवनशैली में भी बदलाव देखा जा रहा है। यातायात पर प्रभाव पड़ा है और कई सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ने से किसानों के चेहरों पर मुस्कान है।
प्रशासन की तैयारियाँ
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को अलर्ट पर रखा है। नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे सावधानी बरतें और आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें।वाराणसी में हो रही बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं गंगा का बढ़ता जलस्तर एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना है, इसलिए प्रशासन और स्थानीय लोगों को सतर्क रहना होगा।