पोप फ्रांसिस के सम्मान में भारत में तीन दिन का राजकीय शोक

भारत सरकार ने पोप फ्रांसिस के सम्मान में पूरे देश में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। यह निर्णय पोप के वैश्विक योगदान और मानवता के लिए उनके कार्यों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश-विदेश के कई नेताओं और प्रमुख हस्तियों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

राजकीय शोक की अवधि 22 अप्रैल, 2025 (मंगलवार) और 23 अप्रैल, 2025 (बुधवार) को दो दिन की होगी। इसके अतिरिक्त, पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के दिन भी एक दिन का शोक रखा जाएगा, जिसकी तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। इस प्रकार कुल मिलाकर तीन दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा।

इस दौरान, पूरे भारत में सभी सरकारी भवनों और महत्वपूर्ण इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। साथ ही किसी भी प्रकार के आधिकारिक समारोह या हर्षोल्लास के कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा। यह शोक राष्ट्र की ओर से पोप फ्रांसिस के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की भावना को दर्शाता है।

पोप फ्रांसिस ने अपने जीवनकाल में शांति, सहिष्णुता और भाईचारे का संदेश दिया। उन्होंने विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा दिया। भारत समेत विश्वभर में उनके विचारों और कार्यों की सराहना की जाती रही है। उनका निधन न केवल ईसाई समुदाय बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक बड़ी क्षति है।

भारत सरकार का यह कदम वैश्विक एकता और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूत करता है और दर्शाता है कि भारत विविधताओं का सम्मान करने वाला राष्ट्र है।

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