गोरखपुर, 9 अक्टूबर। गोरक्षपीठ में शारदीय नवरात्र के समापन पर विशिष्ट अनुष्ठानों और विजयादशमी शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। गुरुवार से शनिवार तक गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष पूजा और आराधना में लीन रहेंगे।
गुरुवार को अष्टमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में महानिशा पूजा और हवन का आयोजन होगा। शुक्रवार को नवमी तिथि पर मुख्यमंत्री द्वारा कन्या पूजन का अनुष्ठान किया जाएगा, जिसमें नौ कन्याओं का विधि विधान से पूजन और सम्मान किया जाएगा। इसके बाद शनिवार को दशहरे के दिन योगी आदित्यनाथ गुरु गोरक्षनाथ की विशेष पूजा करेंगे और विजयादशमी शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे। यह शोभायात्रा गोरखपुर की उत्सवी परंपरा का मुख्य आकर्षण होती है, जिसमें सभी वर्गों के लोग, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग, बड़े उत्साह से स्वागत करते हैं।
विजयादशमी के दिन गोरखनाथ मंदिर से शुरू होने वाली इस शोभायात्रा का समापन मानसरोवर मंदिर और रामलीला मैदान पर होता है। यहां पर योगी आदित्यनाथ भगवान राम का राजतिलक करेंगे और राम, जानकी, लक्ष्मण तथा हनुमानजी की आरती करेंगे। शोभायात्रा के साथ गोरखनाथ मंदिर में पारंपरिक तिलकोत्सव का भी आयोजन होगा जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल होंगे।
विजयादशमी का दिन गोरक्षपीठ में एक और महत्वपूर्ण परंपरा से जुड़ा है। इस दिन संतों की अदालत लगती है और गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी के रूप में संतों के विवादों का निस्तारण करते हैं। यह परंपरा नाथपंथ की अनुशासन व्यवस्था का प्रतीक है जिसमें पात्र पूजा के माध्यम से संतगण अपने विवाद हल करते हैं।