वाराणसी(काशीवार्ता)। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) के प्रांगण में स्थित सूर्य सरोवर में छठ पर्व के अवसर पर आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। हर वर्ष की तरह इस बार भी अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए हजारों श्रद्धालु एकत्र हुए। इस धार्मिक आयोजन का विशेष आकर्षण था बरेका के वरिष्ठ अधिकारियों की सहभागिता, जिन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा में हिस्सा लिया और सभी श्रद्धालुओं के लिए मंगल की कामना की।
छठ पूजा के इस आयोजन में बरेका के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रत नाथ और महिला कल्याण संगठन की सदस्याओं ने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की। उन्होंने सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सूर्य देव को पहला अर्घ्य अर्पित किया।
उनके साथ बरेका के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पूजा में भाग लिया। इस अवसर पर प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जनार्दन सिंह, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर आर. आर. प्रसाद, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर उत्पादन सुनील कुमार, मुख्य गुणता आश्वासन प्रबंधक प्रवीण कुमार, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एस.क्यू.एम. रामजन्म चौबे, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर स्पेयर एम.पी. सिंह, जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार और सदस्य कर्मचारी परिषद अमित यादव भी शामिल हुए। इसके अलावा, छठ पूजा समिति के अध्यक्ष श्री सी.के. ओझा और महामंत्री श्री अजय आर सहित अन्य प्रमुख अधिकारी भी श्रद्धालुओं के बीच उपस्थित रहे।
पूरे परिसर में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस, एनडीआरएफ, रेल सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा दल, सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, और जिला भारत स्काउट गाइड ने मिलकर सुरक्षा का जिम्मा संभाला। इससे श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
इस अवसर पर सूर्य सरोवर के चारों ओर भक्तों की भीड़ ने एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत किया। हर कोई इस पवित्र वातावरण में लीन होकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करता नजर आया। श्रद्धालुओं ने परंपरागत रीति-रिवाजों का पालन करते हुए आस्था के इस पर्व को पूरी भक्ति भाव से मनाया। महिलाओं ने रंग-बिरंगे वस्त्र पहनकर और विशेष पूजन सामग्री के साथ सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस अवसर पर बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं का उत्साह देखते ही बनता था।
सूर्य सरोवर में छठ पूजा का यह आयोजन एक विशेष आकर्षण बन गया है, जहाँ पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है और भक्तजन अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए सूर्य देव से प्रार्थना करते हैं।