
वाराणसी(काशीवार्ता): बिजली चोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए बिजली विभाग और विजलेंस की संयुक्त टीम ने आज सुबह राजा बाजार क्षेत्र में छापेमारी की। इस छापेमारी में कई घरों में बिजली चोरी और अन्य अनियमितताएं पाई गईं। विभाग की इस अचानक कार्रवाई से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। छापेमारी के दौरान आठ लोगों को बिजली चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
यह छापेमारी सुबह करीब 6:30 बजे शुरू हुई, जब बिजली विभाग की टीम ने राजा बाजार इलाके में अचानक धावा बोला। इस कार्रवाई का उद्देश्य क्षेत्र में हो रही लगातार बिजली चोरी की शिकायतों को गंभीरता से लेना था। पिछले कुछ दिनों से स्थानीय निवासियों और विभाग को इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की सूचनाएं मिल रही थीं। आज की इस कार्रवाई में विभाग और विजलेंस की संयुक्त टीम ने इन शिकायतों को सही पाया और कई लोगों को बिजली चोरी करते हुए पकड़ा।
अधिकतर पकड़े गए लोगों ने कटिया डालकर अवैध रूप से बिजली की चोरी की थी। टीम ने मौके पर ही कई लोगों को चेतावनी देकर छोड़ दिया, जबकि गंभीर मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की जा रही है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी, उन पर बिजली चोरी के आरोप के तहत कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कड़ी सजा का प्रावधान किया जा सकता है।
इस छापेमारी में बिजली विभाग के एसडीओ अभिषेक कुमार मौर्या, जेई सतवंत यादव, विजलेंस प्रभारी उमेश यादव, जेई इंतजार अहमद और विभाग के अन्य कर्मचारी भी शामिल थे। विभाग की इस टीम में लाईनमैन और अन्य तकनीकी कर्मचारियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। संयुक्त टीम ने बड़ी ही मुस्तैदी से पूरे क्षेत्र में निरीक्षण किया और अवैध बिजली कनेक्शनों को तुरंत काट दिया।
इस कार्रवाई का उद्देश्य क्षेत्र में बिजली चोरी को रोकना और वैध तरीके से बिजली उपभोग को सुनिश्चित करना है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की छापेमारी आगे भी जारी रहेगी ताकि बिजली चोरी के मामलों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। इस तरह की कार्रवाइयों से न केवल बिजली की आपूर्ति पर बढ़ते भार को कम किया जा सकेगा, बल्कि सरकार के राजस्व में भी सुधार होगा।
छापेमारी के बाद स्थानीय निवासियों में भी चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोगों ने बिजली विभाग की इस कार्रवाई का समर्थन किया, तो वहीं कुछ ने विभाग की प्रक्रिया पर सवाल उठाए। हालांकि, विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से कानूनी और नियमानुसार है और इसका उद्देश्य सिर्फ अवैध कनेक्शन को खत्म करना और बिजली की चोरी को रोकना है।
बिजली विभाग ने क्षेत्र के निवासियों को भी यह चेतावनी दी है कि वे अवैध रूप से बिजली का उपयोग न करें, अन्यथा भविष्य में और भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है। विभाग ने इस कार्रवाई के जरिए यह संदेश दिया है कि बिजली चोरी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।