मंडुआडीह में बहुमंजिली इमारत एम.एस.विराट विला की लिफ्ट तेज आवाज में साथ गिरी

दो घायल, लापरवाही के चलते हुई घटना, फ्लैट में रहने वालों में भारी आक्रोश

वाराणसी। बिल्डर बनाने को तो बड़ी-बड़ी इमारते बना देते है, पर उसकी गुणवत्ता और रखरखाव पर कम ही लोग ध्यान दे पाते है। नतीजा हादसे के रूप में सामने आता है। ऐसा ही एक मामला मंडुआडीह थाना क्षेत्र स्थित बहुमंजिली इमारत एम.एस.विराट विला में देखने को मिला, जहां अचानक चौथी मंजिल से लिफ्ट गिरने के कारण दो महिलाएं घायल हो गईं। हालांकि गेट पर मौजूद गार्ड ने तत्परता दिखाते हुए लिफ्ट का दरवाजा खोला और दोनों को बाहर निकाला। संयोग ही था कि जन हानि नहीं हुई।

जानकारी के अनुसार आज रविवार को प्रातः लगभग 8 बजे के आसपास की है। अपार्टमेंट में रहने वाले डा. प्रत्यूष रंजन, डॉ.सौम्या श्रीवास्तव व अनुभूति श्रीवास्तव जो बिहार कैडर के पीसीएस अधिकारी है, अपनी पत्नी नलिनी श्रीवास्तव के साथ 8 वीं मंजिल पर लिफ्ट में सवार हुए। इस दौरान पहले से ही घरों में बर्तन चौका करने वाली महिला गीता व उसके तीन बच्चे मौजूद थे। चौथी मंजिल पर पहुंचने के दौरान लिफ्ट अचानक तेज आवाज के साथ नीचे आ गिरी।लिफ्ट में मौजूद घरेलू सहायक गीता और चिकित्सक की भाभी गंभीर रूप से घायल हो गईं। जबकि, मेड गीता को मौजूद लोगों ने अस्पताल भेजा। डॉ.प्रत्यूष अपनी चिकित्सक पत्नी व साले की पत्नी को लेकर ख़ुद अस्पताल गए।बताया जाता है कि गीता के पैर में फ्रैक्चर हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं उसके बच्चे इस हादसे के बाद भयभीत है।बताते है यदि लिफ्ट आठवीं या दसवीं मंजिल से गिरती तो परिणाम भयानक होते।

शिकायत के बाद भी नहीं हुई मरम्मत

डॉ.प्रत्यूष डॉ.प्रत्यूष ने काशीवार्ता को बताया, अपार्टमेंट का स्वामित्व लोकेश गुप्ता के पास है। तीन टावर वाले इस अपार्टमेंट में लगभग 250 फ्लैट हैं। मेंटेनेंस के नाम पर मोटी रकम वसूली गई, लेकिन किया कुछ नहीं जाता। स्थिति बहुत खराब है। विगत तीन महीनों से लिफ्ट की मरम्मत हेतु कहा जा रहा था, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसका परिणाम यह हादसा है।

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