वाराणसी (काशीवार्ता)। मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह तक बदरा झूम कर बरसे। बारिश के कारण शहर के विभिन्न मार्गों पर लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही बरसात के पहले नगर निगम की जलनिकासी की व्यवस्था की पोल खुल गई। गौरतलब है कि वाराणसी की जलभराव की समस्या वर्षों की है। इसके लिए करोड़ों रुपये की परियोजनाओं पर काम भी हुआ है, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ। नगर आयुक्त और महापौर लगातार नाली और नालों की सफाई के लिए मॉनिटरिंग कर रहे थे, दर्जनों बैठकर की गई। पार्षदों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को नोट कराया गया,लेकिन मानसून के दस्तक देने के बाद जल जमाव की समस्या सामने आने लगी है। महज कुछ घंटो की बारिश ने ही नगर निगम को आइना दिखा दिया है। काशीवासियों ने कहा कि अगर अभी भी सफाई व्यवस्था पर ठीक तरीके से काम नहीं हुआ तो बनारस की तस्वीर कुछ अलग ही दिखाई देगी।
सारनाथ में जगह-जगह जलजमाव
मानसून की पहली बरसात ने सारनाथ एवं उसके आसपास के कॉलोनी में जगह-जगह जल जमाव से संबंधित विभाग की पोल खोल दी। क्षेत्र के लोहिया नगर कॉलोनी, हीरामनपुर, आशापुर एवं अन्य क्षेत्र की सड़कों पर मात्र चंद्र घंटे की बरसात के बाद जल जमाव हो गया है, उससे क्षेत्रीय लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तो एक बरसात में यह हाल है तो न जाने आगे क्या स्थिति होगी। लोगों का कहना है कि जल निकासी की व्यवस्था केवल कागजों तक ही सीमित है, जमीनी स्तर पर कोई भी अच्छी व्यवस्था न होने का यह परिणाम है। कुछ लोगों का कहना है कि नालियों की सफाई जहां पर हो रही है वहां पर नाली से निकले कचरे को नाली के बाहर निकाल कर वहीं रखकर छोड़ दिया जाता है, जिससे और भी नारकीय स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जल निकासी की सही व्यवस्था न होने के कारण कूड़ो के बज बजाने की वजह से कई तरीके की बीमारियों के फैलने की भी संभावना बढ़ गई है।
मंगलवार की रात मुसीबतों का पहाड़ बनकर टूटी तेज बरसात
मंगलवार की देर रात जबरदस्त हुई बरसात के चलते जगह-जगह जलजमाव ने लोगों का सड़कों पर चलना दुश्वार कर दिया। ऑफिस आने जाने वालों पर वुधवार की प्रातः कोढ़ में खाज का काम किया बिजली कटौती व भयंकर उमस ने। बिजली कटौती के चलते जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा वहीं किसी तरह आफिस के लिए निकले लोगों को सड़क पर हुए जल जमाव ने परेशान किया। वरुणापार के पहड़िया बलुआ मार्ग कि स्थिति ऐसी हो गई कि देर रात शुरू हुई बरसात का पानी लोगों के घरों में भरने लगा। देररात शुरू हुई तेज बरसात ने नगर निगम के व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। जिम्मेदार अधिकारी बरसात शुरू होने के पहले ही जल-जमाव को रोकने के लिए जल निकासी के लिए नालों की साफ-सफाई करने के निर्देश देते रहे। लेकिन इस दिशा में कितना काम धरातल पर किया गया उसकी पोल देररात हुई वर्षा ने खोलकर रख दिया। सड़कों पर आने-जाने वाले लोग जल-जमाव के लिए जिम्मेदार अफसरों को कोसते हुए नजर आए।