दिल्ली के राव आईएएस से भी बुरा है जेआरएस ट्यूटोरियल का हाल

वीडीए की टीम पहुंची तो चल रही थी बेसमेंट में पढ़ाई

सुरक्षा मानकों का नहीं रखा गया कोई ख्याल

काशीवार्ता ने पहले ही चेताया था, कदम-कदम पर खतरा है यहां..

वाराणसी (काशीवार्ता)। एक बात तो माननी ही होगी कि बनारस का हाल दिल्ली के राजेंद्र नगर से भी बुरा है। कल विकास प्राधिकरण की टीम ने नगर के कई इलाकों में स्थित कोचिंग सेंटरों में जबरदस्त तरीके से धावा बोला। इस दौरान कोचिंग सेंटरों की हालत देखकर अधिकारी खुद हैरान थे। इसका कारण ये था कि बेसमेंट में तो कहीं छोटे से कमरे में छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। कहीं-कहीं तो स्थिति बद से बदतर थी। सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही की गई थी। सुरक्षा मानकों का तो लगता है इनके लिए कोई मायने ही नहीं है। टीम जब कबीर नगर स्थित जेआरएस कोचिंग सेंटर पहुंची तो उसके होश उड़ गये। यहां बेसमेंट में छात्रों की पढ़ाई चल रही थी, यहीं पर लाइब्रेरी भी है। बेसमेंट में जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता भी है जो ढलाननुमा है। यदि कोई बड़ी घटना हो जाये तो बच्चे भाग कर अपनी जान भी नहीं बचा पायेंगे। आश्चर्य की बात है कि लाड़ प्यार से पले इन बच्चों को कोई इस तरह से मौत के मुंह में कैसे धकेल सकता है। आखिर, कोचिंग संचालक के भी तो बच्चे होंगे। क्या उन्हें इस बाद का रंज नहीं है। अभिभावकों से फीस के रूप में लाखों रुपये वसूलने के बावजूद बच्चों को सुविधा के नाम पर सिर्फ बेवकूफ बनाया जाता है। हालांकि, वीडीए ने बेसमेंट को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। साथ ही सख्त चेतावनी दी कि यदि दोबारा बेसमेंट में कोई गतिविधि की खबर मिली तो कोचिंग संचालक के विरुद्ध स्थानीय थाने में एफआईआर किया जाएगा। वहीं गया है कि प्राधिकरण का यह अभियान निरंतर चालू रहेगा।

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