अयोध्या, 30 अक्टूबर 2023: भगवान श्रीरामलला के अयोध्या स्थित भव्य मंदिर में 500 वर्षों बाद, उनके पुनः विराजमान होने के उपलक्ष्य में, पहला दीपोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस दिव्य अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं श्रीरामलला के दर्शन कर उनके चरणों में श्रद्धा निवेदित की और दीप प्रज्ज्वलित किए। इस दीपोत्सव का आयोजन श्रीराम मंदिर परिसर में हुआ, जहां हजारों दीप जलाए गए। यह दृश्य इतना मनोहारी था कि सभी की आंखें अपलक रह गईं।
22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला को उनके भव्य मंदिर में स्थापित किया गया था, जो पिछले 500 वर्षों से प्रतीक्षित था। रामलला के इस दिव्य-भव्य मंदिर में बैठने के बाद यह पहला दीपोत्सव था, जिसे योगी सरकार के आठवें दीपोत्सव के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर अयोध्या का सौंदर्य और भव्यता देखते ही बनती थी। श्रीराम मंदिर का हर कोना रोशनी से आलोकित हो उठा, और रामलला स्वयं अपनी नगरी की अनुपम छटा को अपलक निहारते रहे। भक्तजनों की भाव-विह्वलता और आनंद का ठिकाना न था।
दीपोत्सव के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर पहुंच कर सर्वप्रथम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का दर्शन किया और उनके समक्ष पांच दीप प्रज्ज्वलित किए। मंदिर परिसर में हजारों दीपों की पंक्तियां सजाई गईं, जिससे पूरा मंदिर क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाहर भी पांच दीप जलाकर इस ऐतिहासिक अवसर की महत्ता को बढ़ाया।
दीप प्रज्ज्वलन के समय वहां केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर श्रीराम मंदिर की छटा हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रही थी, और अयोध्या नगरी भक्तिमय वातावरण में डूबी हुई थी।
इस दीपोत्सव ने एक नए युग का आगाज किया है, जिसमें रामलला की भव्य उपस्थिति के बीच अयोध्या का हर दीप भगवान श्रीराम के चरणों में श्रद्धा निवेदित कर रहा था।