सहायक अभियोजन अधिकारी से मांगी 35 लाख की रंगदारी
वाराणसी (काशीवार्ता)। किशोर न्यायालय जिसे नाबालिग अपराधियों का न्यायालय कहा जाता है। अपराध करने वाले बच्चों के साथ वयस्कों से अलग व्यवहार किया जाता है। किशोरों पर गंभीर अपराधों के लिए वयस्कों की तरह आरोप नहीं लगाया जा सकता है। जबकि अन्य देशों में हत्या या बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों पर वयस्क न्यायालय के अनुसार…