काशीवार्ता न्यूज़।योगी सरकार द्वारा धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यूपी में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का विकास किया जा रहा है। राम नगरी अयोध्या के बाद, प्रयागराज जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की ऐतिहासिक राजधानी श्रृंगवेरपुर धाम को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। इसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ-साथ ग्रामीण पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं।
श्रृंगवेरपुर धाम का ऐतिहासिक महत्व
श्रृंगवेरपुर धाम भगवान श्रीराम और निषादराज के मिलन का पवित्र स्थल है। इसे सामाजिक समरसता और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह स्थान रामायण काल से जुड़ा होने के कारण धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। लंबे समय तक उपेक्षित इस स्थल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नई पहचान मिली है।
विकास कार्यों का विवरण
सरकार ने श्रृंगवेरपुर धाम के विकास के लिए 3781 लाख रुपये से अधिक का बजट स्वीकृत किया है। इस बजट से दो चरणों में निषादराज पर्यटन पार्क का निर्माण किया गया है।
पहला चरण:
- निषादराज और श्रीराम मिलन की मूर्ति स्थापना
- पोडियम, ओवरहेड टैंक, बाउंड्रीवाल, प्रवेश द्वार और गार्ड रूम का निर्माण
दूसरा चरण:
- ध्यान केंद्र, कैफेटेरिया, पेयजल और टॉयलेट ब्लॉक
- मुक्ताकाशी मंच, सोलर पैनल, लैंडस्केपिंग, और पार्किंग सुविधा
6 हेक्टेयर क्षेत्र में निर्मित इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
धार्मिक और ग्रामीण पर्यटन का संगम
श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़ने के लिए होमस्टे योजना लागू की जा रही है। इसके तहत स्थानीय लोगों को अपने घरों में मिट्टी के घर या हट्स बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यहां पर्यटक स्थानीय संस्कृति, खानपान और हस्तशिल्प का अनुभव ले सकेंगे। पर्यटकों के लिए इन होमस्टे स्थानों को थीमैटिक पेंटिंग से सजाया जाएगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस विकास परियोजना का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करना भी है। पर्यटक ग्रामीण जीवनशैली और संस्कृति का हिस्सा बन सकेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
श्रृंगवेरपुर धाम: प्रयागराज महाकुंभ का नया आकर्षण
आने वाले प्रयागराज महाकुंभ में श्रृंगवेरपुर धाम एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा। यहां निषादराज और भगवान राम के मिलन से जुड़ी गैलरी, चित्रांकन और अन्य सुविधाएं इसे एक अद्वितीय धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाएंगी।
योगी सरकार की इस पहल से श्रृंगवेरपुर धाम को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलने की उम्मीद है। यह स्थान धार्मिक, सांस्कृतिक और ग्रामीण पर्यटन का अद्वितीय संगम बनकर सामने आएगा।