10 लाख मुआवजा और पेंशन के आश्वासन पर समाप्त हुआ धरना
वाराणसी(काशीवार्ता)। राजातालाब पावर हाउस परिसर में 16 अगस्त को 33 केवीए के ट्रांसफार्मर में तेल डालते समय मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के रखौना गांव निवासी संविदा कर्मी लाइनमैन उमेश कुमार पटेल गंभीर रूप से झुलस गए थे। उनका इलाज एपेक्स अस्पताल में चल रहा था, जहां शनिवार की रात 27 वर्षीय उमेश कुमार पटेल उर्फ डबलू की मौत हो गई।
इस खबर से परिवार में कोहराम मच गया और परिजनों के साथ आक्रोशित ग्रामीणों ने राजातालाब पावर हाउस का घेराव करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। वे मृतक के परिवार के लिए मुआवजा और बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पावर हाउस के मुख्य द्वार पर धरना दिया।
सूचना मिलने पर पूर्व विधायक रोहनिया महेंद्र सिंह पटेल धरना स्थल पर पहुंचे और अधिकारियों से वार्ता की। राजातालाब थाने पर एडीसीपी आकाश पटेल, एसीपी अजय कुमार श्रीवास्तव, थाना प्रभारी अजीत कुमार वर्मा, नायब तहसीलदार संग्राम सिंह, जिला पंचायत प्रतिनिधि दिनेश सिंह यादव और योगीराज पटेल पूर्व ग्राम प्रधान राजू यादव की मध्यस्थता में बातचीत हुई।
बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता चंद्रभान सिंह और जेपीएस एंपोरियम फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर विपिन पांडेय ने मृतक उमेश पटेल के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजे के रूप में सहायता राशि और उनकी माँ संपत्ति देवी को ईएसआईसी विभाग द्वारा प्रति माह पेंशन देने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ। यह धरना सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला। पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।