सावन आज से शुरू, कांवरियों की सुरक्षा हेतु हाइवे लेन आरक्षित — ट्रैफिक प्लान लागू

वाराणसी (काशीवार्ता)। श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही कांवर यात्रा का शुभारंभ हो गया है। हर वर्ष की भांति इस बार भी लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवर लेकर पवित्र गंगा जल लेने और भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने हेतु वाराणसी सहित विभिन्न शिवधामों की ओर कूच करेंगे। इस विशाल जनसैलाब को सुरक्षित एवं सुगठित रूप से प्रबंधित करने के उद्देश्य से वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट द्वारा विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।

प्रयागराज से वाराणसी के बीच कांवर यात्रा के प्रमुख मार्गों पर विशेष व्यवस्था लागू कर दी गई है। गुरुवार की आधी रात से कमिश्नरेट सीमा में आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग की बाईं लेन को पूरी तरह से सामान्य वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। यह लेन अब केवल कांवरियों के लिए आरक्षित रहेगी, जिससे उन्हें निर्बाध रूप से यात्रा करने में सुविधा मिल सके।

प्रशासन ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि इस आरक्षित लेन पर कोई भी कांवर सेवा वाहन, बाइक, कार या अन्य चारपहिया वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे। केवल पैदल चलने वाले कांवरिए या फिर ट्रॉली, रिक्शा अथवा हाथ से खींचे जाने वाले ठेले पर यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को इस लेन पर चलने की अनुमति दी गई है।

इस व्यवस्था का उद्देश्य कांवरियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है। भारी वाहन या तेज गति से चलने वाले वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं की संभावनाओं को रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है। यातायात पुलिस व अन्य संबंधित विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे इस मार्ग पर नियमित निगरानी रखें और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं।

इसके अतिरिक्त विभिन्न चेकिंग प्वाइंट्स और स्वास्थ्य शिविर भी मार्ग में स्थापित किए जा रहे हैं। पुलिस विभाग की ओर से CCTV कैमरों की सहायता से मार्ग की निगरानी की जा रही है, जिससे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। साथ ही ट्रैफिक डायवर्जन के तहत वैकल्पिक मार्ग भी चिन्हित कर दिए गए हैं ताकि आमजन को अनावश्यक असुविधा न हो।

अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और निर्देशों का पालन करें। विशेषकर वाहन चालकों से अनुरोध किया गया है कि वे निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का ही प्रयोग करें और कांवरियों की यात्रा में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न करें।

गौरतलब है कि सावन का महीना शिवभक्तों के लिए अत्यंत पावन होता है। कांवर यात्रा के दौरान श्रद्धालु पूरे अनुशासन, भक्ति और जोश के साथ नंगे पांव लंबी दूरी तय करते हैं। प्रशासन की यह पहल न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि धार्मिक आस्था को सम्मान देने का भी प्रतीक है।

श्रद्धालुओं और आम नागरिकों के सहयोग से इस वर्ष की कांवर यात्रा भी शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धा से परिपूर्ण होने की उम्मीद है। पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों से यह स्पष्ट है कि इस बार कांवरियों को हर संभव सुविधा और सुरक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।

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