अयोध्या में 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंचनारायण महायज्ञ में सीएम योगी का संबोधन
अयोध्या, 20 दिसंबर। श्री अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंचनारायण महायज्ञ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहभागिता की। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित की।
इस अवसर पर सीएम योगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है।” उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और शांति का प्रसार होता है।
विश्व मानवता के लिए सनातन धर्म का सम्मान अनिवार्य
सीएम योगी ने कहा कि “यदि विश्व मानवता को बचाना है, तो केवल सनातन धर्म का सम्मान ही इसका मार्ग है।” उन्होंने कहा कि यह धर्म न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया की शांति और कल्याण की बात करता है। यह धर्म वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साथ हर जाति, मत और मजहब के लोगों को विपत्ति के समय में शरण देता है।
ऐतिहासिक गलतियों से सबक लेने की जरूरत
सीएम योगी ने कहा कि भारत को गुलामी की बेड़ियों में जकड़ने और हमारे धार्मिक स्थलों के अपमान का इतिहास हमें गलतियों से सबक लेने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, “हम आपसी फूट और विभाजन की गलतियों को दोहराने नहीं देंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा कि सनातन धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
पवित्र स्थलों पर आक्रमण करने वालों का वंश नष्ट हुआ
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग भारत के पवित्र स्थलों को अपवित्र करने का प्रयास करते थे, उनका कुल और वंश नष्ट हो गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि मंदिरों को नष्ट करने वालों की नियति केवल दुनिया को नर्क बनाने की थी।
विरासत और विकास का समन्वय
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि “डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित करने का कार्य किया है।” रामलला का भव्य मंदिर और अयोध्या धाम का विकास इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि महायज्ञ आत्मशुद्धि, पर्यावरण शुद्धि और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का माध्यम है।
सभी को सतर्क रहने की अपील
सीएम योगी ने कहा कि “भारत तब तक भारत है, जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है।” उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में हमारे धर्म स्थलों का अपमान न हो। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म शाश्वत है और समय-समय पर ऋषि-मुनियों ने इसका परिमार्जन कर इसे जीवंत बनाए रखा है।
पंचनारायण महायज्ञ के आयोजकों का अभिनंदन
मुख्यमंत्री ने पंचनारायण महायज्ञ के आयोजकों, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी शंकराचार्य महाराज और उनकी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और इसका पुण्य पूरे देशवासियों को प्राप्त होगा।
इस महायज्ञ में कैबिनेट मंत्री, धर्म-अध्यात्म से जुड़े प्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।