
वाराणसी कचहरी परिसर सोमवार को बवाल का अखाड़ा बन गया। गेट नंबर दो पर कचहरी आए एक दरोगा और सिपाही को वकीलों ने जमकर पीटा। वकीलों ने दरोगा की वर्दी भी फाड़ दी। गंभीर रूप से घायल दरोगा को तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। सूचना मिलते ही डीएम सत्येंद्र कुमार, डीआईजी शिवहरि मीणा, डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार, एडीसीपी क्राइम सरवणन टी और एडीएम सिटी आलोक वर्मा जिला जज से मिलने पहुंचे और हालात को संभालने का प्रयास किया। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बड़ागांव थाना क्षेत्र के पुआरी खुर्द गांव में दो पट्टीदारों – मोहित कुमार सिंह और प्रेमचंद्र मौर्या – के बीच लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा है। मोहित पक्ष का आरोप है कि आराजी संख्या 125 पर स्थगन आदेश के बावजूद निर्माण कराया जा रहा है। जबकि प्रेमचंद्र पक्ष का कहना है कि वे आराजी संख्या 126 पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वैध निर्माण कर रहे हैं और नियमानुसार दूरी भी छोड़ रहे हैं। इस विवाद को लेकर पहले भी कई बार टकराव हो चुका है। 28 जून 2025 को भी दोनों पक्षों के बीच बड़ागांव थाने में मुकदमे दर्ज हुए थे।
13 सितंबर को समाधान दिवस जनसुनवाई के दौरान भी पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे आपस में भिड़ गए। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने शांति भंग की धाराओं में चालान कर न्यायालय भेजा। आरोप है कि इसी दौरान थाने के दरोगा ने एक वकील को पीटकर घायल कर दिया, जो ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। इसी घटना से नाराज वकीलों ने आज कचहरी में दरोगा और सिपाही पर हमला कर दिया। मामले को लेकर कचहरी से वकीलों का बाहर जाना शुरू हो गया है, जबकि प्रशासनिक और पुलिस अफसर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।