वाराणसी(काशीवार्ता)। काशीवासियों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि गंगा का जलस्तर बुधवार से घटने लगा है। तीन दिनों तक जलस्तर के तेजी से बढ़ने के बाद अब इसमें कमी देखी जा रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार की सुबह गंगा का जलस्तर 70.6 मीटर पर रिकार्ड किया गया, और अब यह एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से गिर रहा है। हालांकि तटवर्ती इलाकों में अभी भी पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चार दिन पहले जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी, जिसके कारण चेतावनी बिंदु को पार करते हुए गंगा का पानी कई कालोनियों में घुस गया। इससे किनारे के इलाकों के लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं, और दुकानों व घरों में पानी भर गया। मंगलवार को जलस्तर स्थिर हो गया और बुधवार से इसमें गिरावट आनी शुरू हुई। जलस्तर में आई इस गिरावट से आसपास के निवासियों ने राहत महसूस की है।
गंगा के उफान का असर वरूणा नदी पर भी पड़ा है, जहां पलट प्रवाह के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके चलते आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं और लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग, जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें अलर्ट पर हैं और लगातार निगरानी कर रही हैं। लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।