वाराणसी(काशीवार्ता)।वाराणसी कमिश्नरेट के काशी जोन में 25 सितंबर 2023 से ई-रिक्शा का संचालन नई QR कोड यातायात प्रणाली के तहत शुरू किया गया है। यह व्यवस्था शहर की सड़कों पर ई-रिक्शा के संचालित होने के तरीके को सुव्यवस्थित करने और यातायात को सुगम बनाने के लिए लागू की गई है।
QR कोड और कलर कोड का महत्त्व
काशी जोन के 13633 पंजीकृत ई-रिक्शा में से 4200 ई-रिक्शा को विशेष कलर कोड और QR कोड दिए गए हैं। ई-रिक्शा अब निर्धारित रूट पर चलेंगे और वरुणा एवं गोमती जोन में प्रवेश नहीं करेंगे। काशी जोन के 11 थाना क्षेत्रों—आदमपुर, जैतपुरा, कोतवाली, चेतगंज, सिगरा, चौक, दशाश्वमेध, लक्सा, भेलूपुर, लंका और चितईपुर—के लिए लाल, पीले, हरे और नीले रंग के क्यूआर कोड का आवंटन किया गया है।
सख्त नियम और प्रवर्तन
नई प्रणाली की निगरानी वाराणसी के उच्चाधिकारियों द्वारा की जाएगी, जिसमें सीपी मोहित अग्रवाल, एसीपी चिनप्पा, डीसीपी ट्रैफिक ह्देश कुमार, एडीसीपी ट्रैफिक राजेश पांडेय, और अन्य अधिकारी शामिल हैं। बिना स्टिकर चलने वाले ई-रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नियम तोड़ने पर ई-रिक्शा सीज कर दिए जाएंगे।
ट्रैफिक जाम में कमी की आशा
एडीसीपी ट्रैफिक राजेश पांडेय ने कहा कि इस नई व्यवस्था से प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक जाम में कमी आएगी। सभी ई-रिक्शा चालकों को QR कोड की सुविधा दी गई है, जिससे उनकी पहचान और संचालन को सुविधाजनक बनाया जा सके।
गैर-कानूनी गतिविधियों पर रोक
ई-रिक्शा के साथ-साथ ऑटो के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। सिटी परमिट वाले ऑटो केवल शहर में चलेंगे जबकि रामनगर परमिट वाले ऑटो सिर्फ रामनगर क्षेत्र में ही चलेंगे।
फिटनेस परीक्षण की स्थिति
काशी जोन में कुल 13633 पंजीकृत ई-रिक्शा में से केवल 5952 का ही फिटनेस प्रमाणपत्र है। इससे स्पष्ट होता है कि बड़ी संख्या में ई-रिक्शा में फिटनेस की कमी है, जो यातायात सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
ई-रिक्शा की रुकने की जगहें
QR कोड प्रणाली के अंतर्गत ई-रिक्शा के लिए विशेष हॉल्टिंग प्वाइंट्स निर्धारित किए गए हैं। रेड और येलो जोन में कबीरमठ तिराहा, हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज, संपूर्णानंद संस्कृत विवि गेट नंबर तीन, कोतवाली और नमो घाट प्रमुख हॉल्टिंग प्वाइंट्स होंगे। वहीं, ग्रीन और ब्लू जोन के रूट पर रवींद्रपुरी चौराहा, संकुलधारा पोखरा, महमूरगंज, गुरुधाम चौराहा, सामनेघाट पुल पश्चिमी अंडर पास प्रमुख रुकने की जगहें निर्धारित की गई हैं।
समापन विचार
नई QR कोड और रूटवार संचालन प्रणाली से वाराणसी में ई-रिक्शा संचालन को सुगम बनाने और यातायात व्यवस्था में सुधार लाने की अपेक्षा की जा रही है। यह कदम न केवल यातायात को नियंत्रित करेगा, बल्कि शहर की सफाई और सुरक्षा में भी योगदान देगा।
भविष्य की संभावनाएं
आगे चलकर यदि यह प्रणाली सफल रहती है, तो इसे अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है, जिससे समग्र यातायात व्यवस्था में सुधार हो सकेगा।