छात्र सैनिकों ने सिखा .22 राइफल का रखरखाव
वाराणसी (काशीवार्ता)। दांतों के रखरखाव के अभाव में हम अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं। दांतों के रखरखाव के लिए दातों के संदर्भ में प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी होनी चाहिए। ग्रीन कलर , हर्बल पेस्ट की जानकारी देता है। जो पूर्णतया प्राकृतिक होता है। रेड कलर, केमिकल पेस्ट के बारे में जानकारी देता है। इसमें केमिकल का प्रयोग होता है। जो दातों के साथ ही साथ स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं।
इसी प्रकार ब्रश हार्ड, मीडियम, सॉफ्ट और सुपर सॉफ्ट होते हैं। उम्र के अनुसार इनका प्रयोग होता है। चमकीले दांतों की मुस्कुराहट दांतों के प्रति लगाव और रखरखाव को प्रदर्शित करता है। उक्त बातें सनबीम सनसिटी करसड़ा में सौवीं बटालियन के संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के दौरान डॉ.वी.के सिंह ने छात्र सैनिकों को संबोधित करते हुए कही। प्रशिक्षण के दौरान छात्र सैनिकों को 0.22 राइफल के रखरखाव व उसे खोलना सिखाया गया। साथ ही मानचित्र की जानकारी देते हुए बतला गया कि युद्ध के दौरान किस प्रकार अपना बचाव करते हुए दुश्मन को मात दी जाए।
कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल ईला वर्मा एवं डिप्टी कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल राकेश रोशन ने डॉ.वी.के.सिंह एवं पूर्व एनसीसी अधिकारी डॉ.ए.के.सिंह को सम्मानित किया। इस दौरान लेफ्टिनेंट उषा बालचंदानी, सारनाथ सिंह, मयंक सिंह, चीफ ऑफिसर एलबी सिंह, थर्ड ऑफिसर राजकुमार जायसवाल, सीटीओ गिरीश गोधानी, सूबेदार मेजर काना राम, सूबेदार पंचम सिंह सहित समस्त पीआई स्टाफ उपस्थित रहे। उक्त जानकारी मीडिया सहायक मेजर डॉ.अरविंद कुमार सिंह ने दी।