रामनगर(वाराणसी) काशीवार्ता। हजरत मोहम्मद मुस्तफा के बड़े नवासे इमाम हसन की शहादत पर पुराना रामनगर से दुलदुल का जुलूस निकाला गया। जुलूस में अंजुमन मुहाफ़िज़े अज़ा ने नौहा मातम करके खेराजे अकीदत पेश किया। जुलुस बारीगढ़ही स्थित अज़ाखानए खदीजतुल कुबरा से निकाला गया। इस दौरान दुलदुल, ताजिया, शबीहे ताबूत व अलम के साथ अंजुमनों ने ज़ंजीरों का मातम किया। इसके बाद जुलूस शास्त्री चौक, अयोध्या जी मैदान, चौक, साहित्यानाका होता हुआ टेंगरामोड़ स्थित इमामबाड़े पहुंचा ।जहां शबीहे ताबूत, अलम, दुल्दुल ठण्डा करते हुये ताजिये को सुपुर्द-ए-खाक किया। इसके बाद शायरों ने कलाम पेश किये। जिसके बाद मौलाना रिज़वान ने मजलिस को खिताब किया। जुलूस में मुख्य रूप से डा इनाम रजा, समर अब्बास,बाकर रजा, आज़म रिज़वी, मोहम्मद मेहंदी , शबिहूल हसन, बाबू हुसैन, मुन्ना मिर्जा
सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।