पत्नी के अधिकार को उजागर करती प्रेमचंद की कहानी सौत

वाराणसी। प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र ट्रस्ट लमही द्वारा प्रेमचंद स्मारक स्थल में प्रतिदिन आयोजित सुनों मैं प्रेमचंद कहानी पाठ 1336 वें दिवस में परिवारिक समस्या पर आधारित कहानी सौत का पाठन कवि श्रुति पटेल ने किया। प्रो.श्रद्धानन्द ने कहा कि प्रेमचंद की कहानी ‘सौत’ सामाजिक विषय पर केंद्रित है, जो पत्नी के अधिकारों और सामाजिक स्थिति को उजागर करती है। कहानी में पत्नी शांति अपने पति के साथ खुशहाल जीवन जीती है। लेकिन जब उसके पति की दूसरी शादी होती है, तो शांति की जिंदगी बदल जाती है। वह अपने अधिकारों और सम्मान के लिए संघर्ष करती है और अंत में अपनी पहचान और आत्मसम्मान को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेती है। कंचन सिंह परिहार ने कहा कि ‘सौत’ एक महत्वपूर्ण कहानी है, जो सामाजिक विषयों पर केंद्रित है। यह कहानी महिला सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता को दर्शाती है। प्रेमचंद की शैली और लेखन इस कहानी को और भी प्रभावशाली बनाते है। आये हुए अतिथियों का सम्मान ट्रस्ट के संरक्षक प्रो.श्रद्धानन्द, संजय श्रीवास्तव व निदेशक राजीव गोंड ने किया। इस अवसर पर डा. संजय श्रीवास्तव, मनोहर, आयुषी, संजय सिंह, रोहित गुप्ता, राहुल विश्वकर्मा, संकल्प, राज वैभव सिंह, अभय दूबे, सुर्यभान सिंह, सुरेश दूबे, आदि ने कहानी सुनी। संचालन आयुषी दूबे व धन्यवाद ज्ञापन डॉ.राजीव श्रीवास्तव ने किया।

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