प्रयागराज महाकुंभ 2025 को एक अद्वितीय और भव्य आयोजन बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर व्यापक तैयारी कर रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ लखनऊ में एक समीक्षा बैठक कर महाकुंभ, अयोध्याधाम विकास, और नैमिषारण्य धाम में पर्यटन परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। इस आयोजन को सुरक्षा, स्वच्छता, संचार, और सुव्यवस्था का वैश्विक मानक बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
महाकुंभ में बढ़ाई जाएगी सुरक्षा, संचार, और स्वच्छता व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ 2025 में हर श्रद्धालु को गंगा में स्वच्छ स्नान सुलभ कराया जाएगा। 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में 25 सेक्टरों में विभाजित महाकुंभ मेला क्षेत्र में 12 किमी घाट, 1.5 लाख शौचालय, 1.5 लाख टेंट, और 25,000 से अधिक सार्वजनिक आवास व्यवस्था की जाएगी। इसी प्रकार, मुख्य स्नान पर्वों पर सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। महाकुंभ ऐप श्रद्धालुओं की जानकारी, सुविधा, और सुरक्षा का प्रमुख माध्यम बनेगा, जिसके क्यूआर कोड को प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन विकास को मिलेगा बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि महाकुंभ में देशभर की संस्कृति का दर्शन कराने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिन्हें केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के समन्वय से किया जाएगा। साथ ही, अयोध्याधाम और नैमिषारण्य में भी पर्यटन विकास के लिए परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिसमें नए पर्यटन स्थलों का चिन्हांकन और विदेशी पर्यटकों के लिए सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
नैमिषारण्य धाम और अयोध्याधाम का विकास
मुख्यमंत्री ने नैमिषारण्य धाम में ‘वेद विज्ञान केंद्र’ की स्थापना और स्वदेश दर्शन योजना के तहत धार्मिक पर्यटन विकास की योजनाओं का उल्लेख किया। चक्रतीर्थ, माँ ललिता देवी कॉम्प्लेक्स, और अन्य पर्यटन स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के कार्य प्रगति पर हैं। हेलीपोर्ट निर्माण और पर्यटक आवास गृहों का पुनर्निर्माण भी यहां की प्रमुख परियोजनाओं में शामिल है।
अयोध्याधाम के विकास के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2047
केंद्रीय मंत्री ने ‘नव्य अयोध्या’ परियोजना के अंतर्गत विजन डॉक्यूमेंट 2047 की प्रगति की सराहना की और निर्धारित समय पर परियोजनाएं पूरी करने का निर्देश दिया।