काशीवार्ता न्यूज़।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत पोलैंड और यूक्रेन के लिए रवाना हुए हैं। इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं, खासकर यूक्रेन पर उनके दौरे को लेकर। यूक्रेन ने हाल ही में रूस के कुर्स्क इलाके पर कब्जा कर लिया है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है, जो शांति और स्थिरता के लिए आवश्यक कदम हो सकती है।
भारत और रूस के बीच लंबे समय से प्रगाढ़ संबंध रहे हैं। दोनों देशों ने दशकों से राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य सहयोग के विभिन्न आयामों में घनिष्ठता बनाए रखी है। ऐसे में यूक्रेन के साथ पीएम मोदी की यह मुलाकात और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि भारत की भूमिका इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने और संबंधों को संतुलित रखने की हो सकती है।
पीएम मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य केवल यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देना ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और स्थिरता की पहल करना भी है। यूक्रेन में मौजूदा हालातों को देखते हुए, भारत की ओर से इस तरह की पहल वैश्विक शांति के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकती है। इसके अलावा, यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाती है, जहां भारत न केवल अपने पुराने मित्र देशों के साथ संबंध बनाए रखने में सक्षम है, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा में भी योगदान दे सकता है।
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी यूक्रेन के नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे, जो दोनों देशों के संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत कर सकती हैं। इसके साथ ही, यह यात्रा भारत के अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रभाव को भी और मजबूत करने में सहायक हो सकती है।