
महाकुम्भ में परिवहन सेवा में आएगा सुधार
महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू करने जा रही है। परिवहन निगम ने महाकुम्भ के पहले चरण में 40 इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की है, जिनमें से 10 से 15 बसें जनवरी के पहले सप्ताह में ही प्रयागराज पहुंच जाएंगी। मौनी अमावस्या तक इनकी संख्या 30 से 40 तक बढ़ाई जाएगी।
इलेक्ट्रिक बसों की विशेषताएं और संचालन
ये इलेक्ट्रिक बसें 12 मीटर लंबी हैं और एक बार चार्ज होने पर 200 किलोमीटर से अधिक चल सकती हैं। इनकी आपूर्ति स्विच मोबिलिटी द्वारा की जा रही है। प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग के लिए नेहरू पार्क, बेला कछार और अंदावा समेत चार स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन बसों का प्री-डिलीवरी निरीक्षण और रजिस्ट्रेशन भी प्रयागराज क्षेत्र में ही किया जाएगा।
रूट प्लान और संचालन
प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए रूट प्लान तैयार कर लिया गया है। पीक डेज में 6 रूट्स और सामान्य दिनों में 11 रूट्स पर इन बसों का संचालन किया जाएगा। बसों के आते ही उनका संचालन तुरंत शुरू कर दिया जाएगा।
द्वितीय चरण में डबल डेकर बसें भी शामिल
परिवहन विभाग ने महाकुम्भ के दूसरे चरण में 120 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने की योजना बनाई है। इनमें से 20 बसें डबल डेकर होंगी, जबकि 100 बसें 9 मीटर और 12 मीटर लंबाई की होंगी। इन बसों की आपूर्ति स्विच मोबिलिटी और पिनेकल मोबिलिटी प्रा. लि. द्वारा की जाएगी। हालांकि, महाकुम्भ के दौरान इन बसों के संचालन की संभावना कम है।
श्रद्धालुओं को सुविधा और प्रदूषण रहित यात्रा
इन इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को न केवल सुविधा होगी, बल्कि प्रदूषण मुक्त परिवहन का विकल्प भी उपलब्ध होगा। यह कदम न केवल महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को सरल बनाएगा, बल्कि पर्यावरण के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगा।