
वाराणसी। माँ दुर्गा की भक्ति और उत्साह से पूरा काशी शहर अष्टमी के दिन सराबोर हो गया। नवरात्रि की अष्टमी पर वाराणसी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही मंदिरों और शक्ति पीठों पर लंबी कतारें लग गईं। श्रद्धालु माँ दुर्गा के दर्शन-पूजन और कन्या भोज के लिए उमंग और आस्था के साथ घरों से निकले। हर तरफ ‘जय माता दी’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा।
दुर्गाकुंड, अन्नपूर्णा, काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र, संकठ मोचन सहित विभिन्न मंदिरों और पूजा पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं ने माता रानी को चुनरी, नारियल, फल-फूल अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना की। विशेषकर दुर्गाकुंड मंदिर और दशाश्वमेध घाट के पास बने अस्थायी पंडालों में भक्तों का तांता लगा रहा। महिलाएं और बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में माता के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी की ओर से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की गई और भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई। पुलिस अधिकारी लगातार गश्त कर श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से दर्शन कराने में लगे रहे।
प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त रखी गई। कई मार्गों पर डायवर्जन लागू किया गया ताकि भीड़भाड़ और जाम की स्थिति न बने। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी एहतियातन मौजूद रहीं।
अष्टमी के अवसर पर पूरे काशी में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने माता दुर्गा की आराधना कर जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। शहर का कोना-कोना आस्था और उत्सव के रंग में रंगा रहा।