काशीवार्ता न्यूज़।जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस, सीपीएम, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय विधायकों से मिले समर्थन पत्र भी सौंपे।
राज्यपाल भवन में हुई इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 13 अक्टूबर को शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है। उन्होंने उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि जल्द से जल्द शपथ ग्रहण की तारीख तय की जाए ताकि नई सरकार अपने कार्यों की शुरुआत कर सके।
उमर ने बताया कि चूंकि जम्मू-कश्मीर में केंद्र का शासन है, इसलिए यह प्रक्रिया कुछ समय ले सकती है। उपराज्यपाल को राष्ट्रपति भवन और गृह मंत्रालय को सभी आवश्यक दस्तावेज भेजने होंगे। इस प्रक्रिया में 48 से 72 घंटे का समय लग सकता है। उमर ने कहा, “अगर सभी प्रक्रियाएँ समय से पूरी हो जाती हैं, तो हम बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह करेंगे।”
सरकार बनाने के अपने इरादों को स्पष्ट करते हुए उमर अब्दुल्ला ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार जम्मू क्षेत्र की अनदेखी नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “इस सरकार में जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों का संतुलित विकास सुनिश्चित किया जाएगा।” उमर का यह बयान उनके समावेशी और संतुलित शासन के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में सरकार बनने के संकेत से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उन्होंने विभिन्न दलों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा किया है, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार को आवश्यक बहुमत प्राप्त हो चुका है। अब सभी की निगाहें शपथ ग्रहण समारोह की तारीख पर टिकी हैं।