सिरप तस्करी के एक नहीं -कई सिंडिकेट,सब एक से बढ़ कर एक, पुलिस का भी माथा चकराया

शुभम के अलावा दिवेश, देवेन्द्र आहूजा व निलेश गुप्ता की तलाश
कोलकाता से लेकर बिहार, झारखंड, नेपाल व बांग्लादेश तक छान रही खाक

वाराणसी (काशीवार्ता)। सिरप तस्करी मामले में कोलकाता से पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद जो खुलासा हुआ वह चौंकाने वाला है। अभी तक जहाँ सिर्फ़ शुभम जायसवाल को इस मामले का किंगपिन कहा जा रहा था, वहीं अब पुलिस को आशंका है कि दिवेश जायसवाल अपना अलग सिंडिकेट चला रहा है। पूछताछ के बाद इसकी पुष्टि हो गई है।

जीवधिपुर (बजरडीहा) निवासी आरोपी प्रतीक मिश्रा और विशाल कुमार सोनकर को पुलिस कोलकाता से गिरफ्तार कर यहाँ ले आई। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि खोजवां निवासी दिवेश जायसवाल का अपना अलग मजबूत नेटवर्क है। उसने न केवल शुभम के लिए, बल्कि अपने लिए भी कई बोगस फर्मे खुलवाई थीं। इसके लिए वह खुद फर्जी रेंट एग्रीमेंट और फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र तैयार करवाता था। आरोप है कि दिवेश, शैली ट्रेडर्स से माल उठाता था, लेकिन उसकी सप्लाई अपने हिसाब से करता था। पुलिस को आशंका है कि वह भी कोलकाता में पनाह लिए हुए है। हालाँकि, इस मामले में दिवेश और सोनिया (सिगरा) के रहने वाले अमित जायसवाल की तलाश जारी है।

गौरतलब है कि बीते 15 नवंबर को ड्रग विभाग ने कोतवाली थाने में 28 फर्म संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बताया जाता है कि मुकदमा दर्ज होने से एक दिन पहले ही दिवेश शहर छोड़कर फरार हो गया था। उसे अंदेशा था कि जांच की लपटे उसे भी झुलसायेंगी, सो वह पहले ही सुरक्षित ठिकाने पर चला गया।

इधर कोलकाता से लेकर मंगलवार को वाराणसी पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया। डीसीपी क्राइम सरवणनटी. ने बताया, मुकदमे दर्ज होते हो दोनों कोलकाता में अपनी महिला दोस्त के यहां छिप गए। वहां से इंटरनेट कॉल के जरिये यहां अपने लोगों के संपर्क में थे। तथा खबरों पर नजर बनाए रखते थे। सर्विलांस टीम की मदद से दोनों को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। पुलिस को इस मामले में रांची के एक ट्रांसपोर्टर की तलाश है। डीसीपी ने बताया कि वह सिंडिकेट की अहम कड़ी है। इसी के ज़रिए माल बांग्लादेश भेजे जाने की आशंका है। ट्रांसपोर्टर के बारे में राज्यकर अधिकारी को भी पत्र लिखा गया है। वैसे, आगरा से अपना सिंडिकेट चलाने वाले देवेन्द्र आहूजा, निलेश गुप्ता भी पुलिस के राडार पर हैं। जिनकी तलाश में छापेमारी का क्रम जारी है।

सोनभद्र-गाजियाबाद में पकड़ा गया सिरप वान्या इंटरप्राइजेज का था !

कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शुभम जायसवाल ने कहा था कि सोनभद्र और गाजियाबाद में बड़ी मात्रा में पकड़ी गई सिरप उसकी फर्म शैली ट्रेडर्स की नहीं, बल्कि वान्या इंटरप्राइजेज की है। उसने एक आरोप और लगाया था कि औषधि नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने उसे फ़ोन पर फँसाए जाने की धमकी दी थी। जिसमें उसने सोनभद्र व गाजियाबाद में हुई बरामदगी में उसका नाम शामिल करने की बात कही।

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