वाराणसी(काशीवार्ता)।वाराणसी, जो अपनी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है, नागपंचमी का उत्सव विशेष श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आता है और नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित है।
नागपंचमी का महत्व
नागपंचमी का पर्व नागों के प्रति श्रद्धा और उनके महत्व को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में नागों को देवता के रूप में पूजा जाता है और उन्हें धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वाराणसी में नागपंचमी का विशेष महत्व है क्योंकि यह शहर गंगा किनारे बसा है और यहाँ की धार्मिक परंपराएं नागों से गहराई से जुड़ी हुई हैं।
उत्सव की तैयारियाँ
- साफ-सफाई और सजावट: नागपंचमी के कुछ दिन पहले से ही घरों की साफ-सफाई और सजावट शुरू हो जाती है। लोग अपने घरों के दरवाजों और आंगनों को रंगोली और फूलों से सजाते हैं।
- नाग देवता की मूर्ति: पूजा के लिए नाग देवता की मूर्ति या चित्र को घरों में स्थापित किया जाता है। वाराणसी के प्रमुख मंदिरों में भी नाग देवता की विशेष पूजा का आयोजन होता है।
पूजा विधि
- स्नान और उपवास: नागपंचमी के दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर गंगा स्नान करते हैं और उपवास रखते हैं। इसके बाद घरों में या मंदिरों में नाग देवता की पूजा की जाती है।
- पूजा सामग्री: पूजा के लिए दूध, घी, चावल, फूल, धूप और मिठाई आदि का उपयोग किया जाता है। नाग देवता को दूध से अभिषेक किया जाता है और धूप-दीप दिखाकर आरती की जाती है।
- मंत्रोच्चारण: पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है, जिससे नाग देवता प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
- बिल्व पत्र और दूर्वा घास: नाग देवता की पूजा में बिल्व पत्र और दूर्वा घास का विशेष महत्व होता है। इसे अर्पित करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं।
उत्सव का माहौल
वाराणसी में नागपंचमी के दिन मेले का आयोजन भी होता है, जिसमें लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और झांकियों का आनंद लेते हैं। यहाँ के घाटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है, जो पूजा-अर्चना और गंगा स्नान के लिए इकट्ठी होती है। बच्चों के लिए इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें नाग देवता की कहानियों का मंचन होता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
नागपंचमी के अवसर पर वाराणसी में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। नाटक, लोकगीत और नृत्य प्रदर्शन इस पर्व को और भी खास बना देते हैं। ये कार्यक्रम नागों की महिमा और उनके इतिहास को दर्शाते हैं।
वाराणसी में नागपंचमी का पर्व धार्मिक आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह पर्व न केवल नाग देवता के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर है, बल्कि समुदाय को एकजुट करने का भी माध्यम है। वाराणसी की गलियों में इस दिन की रौनक और भक्ति का माहौल हर किसी के मन को मोह लेता है।