विद्यर्थियों को स्वयं के हुनर से हासिल होगी सफलता-प्रो.राजीव श्रीवास्तव
अपने प्रबंधन शैली से पहले ख़ुद को ब्रांड बनाएं-प्रो.एचपी माथुर
वाराणसी। माइक्रोटेक कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी का इंडक्शन मीट-2024 व वार्षिकोत्सव बीएचयू स्थित स्वतंत्रता भवन में भव्य रंगारंग कार्यक्रम के बीच सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि आईआईटी रांची के निदेशक एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंएस के प्रो.राजीव श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्य अतिथि ने छात्रों से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को दिखाने के गुण विकसित करना चाहिए। सामाजिक समस्याओं से भी सरोकार रखिए और उसके समाधान में अगर आप कुछ कर सकें तो कीजिए। आज के दौर में विद्यार्थियों को हुनर दिखाने की अपार सम्भावनाएं है। आप अपने भीतर हुनर विकसित कीजिए, सफलता जरूर मिलेगी। कहा कि असफलता को भी स्वीकार करने की हिम्मत होनी चाहिए। कहा कि माइक्रोटेक कॉलेज तकनीकी शिक्षा देने में अग्रणी रहा है और अपनी उपलब्धियों के बल पर ही कई पुरस्कार प्राप्त किया है। छात्र के विकास में अध्यापक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। छात्र अपने माता पिता और शिक्षण संस्था पर गौरव महसूस करें क्योंकि समाज में आपको प्रतिस्थापित करने में इन दोनों की भूमिका होती है। माइक्रोटेक कॉलेज अपनी मेहनत से आगे बढ़ा है और आज शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। आज का युग कंप्यूटर साइंस का है। यह क्षेत्र बहुत व्यापक है। उन्होंने छात्रों से कहा कि आप अपने अंदर स्किल डेवलप करें ताकि आप में उद्यमिता विकसित हो और आप अपने स्टार्टअप से दूसरों को रोजगार दे सकें। विशिष्ट अतिथि मैनेजमेंट स्टडीज बीएचयू के डीन प्रो.एचपी माथुर ने कहा कि जब आप लर्निंग करेंगे तो अर्निंग भी अवश्य होगी। नई शिक्षा नीति से बहुत बदलाव आएगा। माइक्रोटेक कॉलेज भी नई शिक्षा नीति के अनुकूल परिवर्तन कर आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने का मतलब केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं बल्कि अपनी कुशलता का विकास करना है ताकि बाजार में रोजगार मिल सके। विशिष्ट अतिथि प्रो.अमित गौतम ने कहा कि आपके आसपास सभी साधन मौजूद हैं उसमें से आपको संजोना है। ज्ञान से ही विश्वास पुख्ता होता है। विद्यर्थियों को अच्छा नागरिक बनने की जरूरत है।
पूरी दुनिया की कम्पनियों में माइक्रोटेक के छात्र कर रहे कार्य : डॉ पंकज राजहंस
संस्था के निदेशक डॉ पंकज राजहंस ने छात्रजीवन में गुरु के महत्व को बताते हुए श्लोक के माध्यम से गुरुजनों को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि माईक्रोटेक कालेज की स्थापना सन् 2000 में हुई थी। आज यह 25 साल का युवा वृक्ष बनकर तैयार हो गया है। इस शानदार सफर में अब तक संस्थान से 15 हजार छात्र निकले जिसमें से 10 हजार छात्र भारत ही नहीं दुनिया भर की कई कंपनियों में काम कर रहे हैं। कहा कि अब तक संस्था को उसके प्रदर्शन के लिए 50 से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं। इस उपलब्धि में संस्था के हर सदस्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हमारी पहचान छात्रों की पहचान से है। आपकी तरक्की हमारी और हमारे संस्थान की तरक्की है। इसके पूर्व नए सत्र 2024-25 का शुभारंभ शैक्षणिक यात्रा व दीप प्रज्वलन से हुआ। माइक्रोटेक कॉलेज के निदेशक डॉ पंकज राजहंस ने अतिथियों का अंगवस्त्रम व पुष्पगुच्छ देकर स्वागत व सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था के महासचिव नीरज राजहंस की भूमिका महत्वपूर्ण रही। दूसरे सत्र में माइक्रोटेक कॉलेज का वार्षिक समारोह ‘जोश’- 2024 भव्य आयोजन किया गया। कॉलेज के छात्रों ने गायन प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। साथ ही छात्रों ने इंडो वेस्टर्न लैंग्वेज पर आधारित मॉडलिंग का प्रदर्शन कर लोगों को खूब लुभाया। नृत्य की प्रस्तुति में माइक्रोटेक के विद्यार्थियों ने क्लासिकल वेस्टर्न जुगलबंदी व बॉलीवुड का तड़का नाम से कई कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। संचालन यशस्वी व राहुल सेठ ने व धन्यवाद ज्ञापन जयमंगल सिंह ने किया।