
महिलाओं का संबल बनी शक्ति रसोई
वाराणसी (काशीवार्ता)। योगी सरकार के मार्गदर्शन में महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन से जोड़ने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, वाराणसी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित ‘शक्ति रसोई’ का संचालन किया जा रहा है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है। शक्ति रसोई का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना है और इसके माध्यम से दो दर्जन से अधिक महिलाओं को स्वावलंबन से जोड़ा गया है।
नवरात्रि के अवसर पर शक्ति रसोई विशेष रूप से उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए फलाहार और शुद्ध भोजन उपलब्ध करा रही है। वाराणसी के तीन स्थानों—नगर निगम परिसर, गोपी राधा इंटर कॉलेज और एक अन्य स्थल पर यह रसोई संचालित हो रही है। नवरात्रि के उपलक्ष्य में, नगर निगम परिसर में शक्ति रसोई द्वारा विशेष थाली परोसी जा रही है, जिसमें उपवास करने वालों के लिए पूरी तरह से शुद्ध और सात्विक भोजन का ध्यान रखा गया है। इस थाली में फलाहार और अन्य उपवास योग्य व्यंजन शामिल हैं, जो ताजा और शुद्ध सामग्री से तैयार किए गए हैं।
गोपी राधा इंटर कॉलेज में भी नवरात्रि के पहले दिन से ही ऑर्डर पर फलाहार की सेवा दी जा रही है। यहां विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि उपवास के अंतिम दिन भी उपवास रखने वाले लोगों को विशेष फलाहार उपलब्ध हो सके। शक्ति रसोई के माध्यम से वाराणसी में बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है, जो उनके आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन महिलाओं को अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ सामाजिक प्रतिष्ठा भी प्राप्त हो रही है।
योगी सरकार द्वारा शुरू की गई ‘मिशन शक्ति’ योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। इस योजना के तहत महिलाओं को घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम करने का अवसर मिल रहा है, जिससे वे न केवल अपने परिवार की जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा पा रही हैं, बल्कि समाज में एक नया मुकाम भी हासिल कर रही हैं।
शक्ति रसोई ने न केवल महिलाओं को आर्थिक संबल प्रदान किया है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की बदलती भूमिका का भी प्रतीक है। महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे इस उद्यम से यह स्पष्ट है कि अगर उन्हें उचित अवसर और मार्गदर्शन मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
योगी सरकार के इस प्रयास से यह संदेश दिया जा रहा है कि महिलाओं का सशक्तिकरण केवल उनके व्यक्तिगत विकास के लिए ही नहीं, बल्कि समाज और देश के समग्र विकास के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।