मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख दिशा-निर्देश: जनसमस्याओं और कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक में जनसमस्याओं, कानून-व्यवस्था, राजस्व विवादों, और आगामी महत्वपूर्ण आयोजनों के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। इस समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य शासन स्तर पर प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना और जनता को त्वरित समाधान उपलब्ध कराना था।

1. राजस्व विवादों के त्वरित निस्तारण पर जोर

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी लंबित राजस्व मामलों का मिशन मोड में निस्तारण किया जाए। नामांतरण, पैमाइश, लैंड यूज चेंज, और वरासत जैसे मामलों का तय समयसीमा में निस्तारण हो। उन्होंने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को नियमित समीक्षा करने और लंबित मामलों के लिए जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए।

2. जनसमस्याओं का त्वरित समाधान

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, और अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए। शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि को प्रदर्शन का मानक बनाया जाए। समाधान में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई।

3. अराजकता पर सख्त कार्रवाई

संभल समेत अन्य जिलों में अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए गए। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली की जाएगी और उपद्रवियों के पोस्टर लगाकर जनता का सहयोग लिया जाएगा।

4. अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान

मुख्यमंत्री ने सड़कों और सार्वजनिक स्थलों से अवैध अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से संवाद और समन्वय के माध्यम से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आवागमन बाधित न हो। अतिक्रमण हटाने के लिए संवेदनशील और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया गया।

5. महापरिनिर्वाण दिवस और अन्य आयोजनों की तैयारी

6 दिसंबर को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। आगामी त्योहारों और आयोजनों जैसे अटल जी की जन्मशताब्दी, क्रिसमस, और नववर्ष के लिए भी सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए।

6. ध्वनि प्रदूषण पर सख्ती

धर्मस्थलों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में तय मानकों से अधिक ध्वनि स्तर पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों को कानफोड़ू आवाज वाले लाउडस्पीकर और डीजे के उपयोग पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

7. महाकुंभ की तैयारियां

प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छ, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने पर जोर दिया गया। सिंगल-यूज प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने को कहा गया। सीमावर्ती जिलों को भी तैयारियों में सहयोग के लिए निर्देशित किया गया।

8. ठंड से बचाव के इंतजाम

सभी जिलों को कंबल वितरण और रैन बसेरों के संचालन के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई। सड़क किनारे सो रहे लोगों को रैन बसेरों तक पहुंचाने और उनका सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

9. पराली प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण

पराली प्रबंधन के लिए सभी जिलों को जागरूकता अभियान चलाने और ठोस कार्य योजना तैयार करने को कहा गया। पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए परियोजनाओं की नियमित निगरानी का आदेश दिया गया।

10. सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों के पालन पर जोर दिया गया। नगरीय क्षेत्रों में जाम की समस्या को हल करने के लिए स्थानीय निकायों को योजना बनाने का निर्देश दिया गया।

11. किसानों और व्यवसायियों से संवाद

किसानों, व्यापारियों, पटरी व्यवसायियों और श्रमिक संगठनों के साथ संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने को कहा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी जनता से जुड़े मामलों में पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। जनविश्वास बनाए रखना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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