वाराणसी(काशीवार्ता)।: शुक्रवार को दोपहर 12:05 बजे देश की लग्जरी ट्रेन ‘महाराजा एक्सप्रेस’ 23 यात्रियों को लेकर बनारस स्टेशन पर पहुंची। विदेशी पर्यटकों के भव्य स्वागत के लिए पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारियों ने विशेष इंतजाम किए थे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 8 पर पहुंची, ढोल-नगाड़ों की गूंज और रंग-बिरंगे पारंपरिक वेशभूषा में सजे लोग विदेशी मेहमानों का स्वागत करने के लिए तत्पर थे। रेड कारपेट पर ट्रेन से उतरे पर्यटकों का तिलक लगाकर और गले में फूलों की माला पहनाकर सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया। इस भव्य स्वागत को देखकर विदेशी पर्यटक बेहद अभिभूत हो गए और उन्होंने इस पर खुशी जाहिर की।
महाराजा एक्सप्रेस: लक्ज़री का प्रतीक
महाराजा एक्सप्रेस भारत की सबसे प्रतिष्ठित और आलीशान ट्रेनों में से एक है। यह ट्रेन यात्रियों को राजसी अनुभव प्रदान करती है। इस ट्रेन में सफर करना किसी शाही अनुभव से कम नहीं है, जिसका एक दिन का किराया लगभग ढाई लाख रुपये है। इसमें यात्रियों की सभी प्रकार की सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है, जिसमें मसाज सेवाएं, रेस्टोरेंट और सभी सुइट्स में अटैच बाथरूम जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यात्रियों को एक शाही अनुभव देने के लिए ट्रेन को विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है।
महाराजा एक्सप्रेस का यात्रा मार्ग
यह ट्रेन 29 सितंबर को दिल्ली से अपनी यात्रा शुरू करती है और इस सफर के दौरान यह कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों से होकर गुजरती है। जयपुर, रणथम्भोर, फतेहपुर, आगरा, ओरछा और खजुराहो जैसे स्थलों पर पर्यटकों को देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से रूबरू करवाया जाता है। इन स्थलों पर यात्रियों को खास तौर से भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों का अनुभव कराया जाता है।
वाराणसी में हुआ भव्य स्वागत
बनारस स्टेशन पर ट्रेन के आगमन पर पर्यटकों का स्वागत भारतीय परंपराओं के अनुसार किया गया। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंची, बनारस के पारंपरिक वाद्य यंत्रों की ध्वनियों से वातावरण गूंज उठा। विदेशी मेहमानों का तिलक लगाकर और गले में माला डालकर स्वागत किया गया। इस दौरान मेहमानों के लिए प्लेटफार्म पर रेड कारपेट बिछाई गई थी, जिससे शाही अनुभव का अहसास कराया गया। स्वागत समारोह के दौरान विदेशी पर्यटक बनारस स्टेशन की सुंदरता और पारंपरिक माहौल को देखकर उत्साहित थे। स्वागत के बाद सभी पर्यटक स्टेशन से बाहर खड़ी बसों में बैठकर अपने होटल की ओर प्रस्थान कर गए।
वाराणसी भ्रमण और गंगा आरती का आयोजन
वाराणसी में विदेशी पर्यटकों के स्वागत के बाद उन्हें शहर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, होटल में लंच के बाद पर्यटकों को वाराणसी के महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर ले जाया जाएगा। इनमें काशी विश्वनाथ मंदिर, अस्सी घाट और अन्य प्रमुख स्थल शामिल हैं। इसके बाद सायंकाल में उन्हें विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती दिखाने के लिए घाट पर ले जाया जाएगा, जहां वे गंगा आरती का अनुभव करेंगे। गंगा आरती वाराणसी की एक प्रमुख सांस्कृतिक धरोहर है और यह विदेशी पर्यटकों को खास तौर पर आकर्षित करती है।
रात्रि प्रस्थान
सांध्यबेला की गंगा आरती और घाटों की सैर के बाद, पर्यटक बनारस स्टेशन वापस लौटेंगे। रात्रि 10 बजे महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगी। इस भव्य यात्रा के अंतर्गत विदेशी पर्यटकों को भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों का शानदार अनुभव कराया गया, जिसे वे लंबे समय तक याद रखेंगे। महाराजा एक्सप्रेस का यह सफर न सिर्फ ऐतिहासिक स्थलों से होकर गुजरता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई को भी दर्शाता है, जो विदेशी पर्यटकों के लिए अद्वितीय अनुभव साबित होता है।