सेवाज्ञ संस्थानम् द्वारा आयोजित महामना महोत्सव 2024 का समापन व पुरस्कार वितरण संपन्न

वाराणसी -( काशीवार्ता)-सेवाज्ञ संस्थानम् के तत्वावधान में आयोजित “महामना महोत्सव 2024” का भव्य समापन एवं पुरस्कार वितरण काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्वतंत्रता भवन में संपन्न हुआ। यह महोत्सव महामना मदन मोहन मालवीय जी की 163वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें 25 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 के मध्य वाराणसी के 50 से अधिक विद्यालयों के 3500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस महोत्सव में विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक, और साहित्यिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।समापन सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं मंगलाचरण से हुई, जिसके पश्चात् बीएचयू के कुलगीत का गायन किया गया।

मुख्य अतिथियों के रूप में सिद्धपीठ हनुमत निवास अयोध्या जी के आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण जी महाराज, मालवीय मिशन के राष्ट्रीय महासचिव विजय नाथ मिश्र जी, उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग के सदस्य डॉ. हरेंद्र राय, एवं महानगर प्रमुख शिवम पाण्डेय उपस्थित रहे।डॉ. हरेंद्र राय ने महामना महोत्सव की संपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कार्यक्रम की विषयवस्तु, रूपरेखा, और उद्देश्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह महोत्सव केवल प्रतिस्पर्धा का मंच नहीं है, बल्कि छात्रों के सर्वांगीण विकास एवं उनके भीतर रचनात्मकता को प्रेरित करने का माध्यम भी है।आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण जी ने अपने उद्बोधन में छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि सेवाज्ञ संस्थान चरित्र निर्माण की नर्सरी के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने जीवन में आत्मसमीक्षा और निष्ठा के महत्व को रेखांकित किया। आचार्य जी ने युवाओं को शिक्षा को कैरियर-ओरिएंटेड से कैरेक्टर-ओरिएंटेड बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने महाभारत के श्लोक “न त्वहं कामये राज्यं न स्वर्गं नापुनर्भवम्” के माध्यम से जीवन में उच्च आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया।सेवाज्ञ संस्थान के उद्देश्यों और इसके व्यापक प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, बल्कि उनमें सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना भी जागृत होती है।
मालवीय मिशन के राष्ट्रीय महासचिव विजय नाथ मिश्र जी ने महामना मदन मोहन मालवीय के जीवन और विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महामना के आदर्श आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। मिशन के उद्देश्यों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि सेवाज्ञ संस्थान का यह प्रयास नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, मूल्यों और शिक्षा के आदर्शों से जोड़ने का उत्कृष्ट माध्यम है। उन्होंने शिक्षार्थियों को बताया कि महामना के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के उत्थान में योगदान देना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।समापन समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। विजेता छात्रों को प्रमाणपत्र, स्मृति चिह्न, और छात्रवृत्तियां प्रदान की गईं।महामना महोत्सव 2024 ने छात्रों, शिक्षकों, और समाज के सभी वर्गों को एक मंच पर लाकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, शिक्षा, और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने का कार्य किया।सेवाज्ञ संस्थानम् के आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षक-गण, और समाज के अन्य सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए अगले वर्ष और बड़े स्तर पर महोत्सव आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

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