प्रयागराज, 27 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेते हुए सुरक्षा, स्वच्छता और गंगा संरक्षण के लिए 237.38 करोड़ की परियोजनाओं का अनावरण किया। उन्होंने इसे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को दुनिया के मंच पर प्रस्तुत करने का एक अनूठा अवसर बताया।
पूर्वजन्मों के पुण्य का फल: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ जैसे दिव्य आयोजन का हिस्सा बनना पूर्वजन्मों के पुण्य का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उत्तर प्रदेश और भारत की सांस्कृतिक महत्ता को वैश्विक स्तर पर स्थापित करेगा।
सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था पर जोर
उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2019 ने स्वच्छता और सुरक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया था। इस बार महाकुंभ को और वृहद व भव्य बनाया जाएगा। आयोजन में 4000 हेक्टेयर क्षेत्र का उपयोग होगा, जबकि 1850 हेक्टेयर में पार्किंग की सुविधा दी जाएगी। 25 सेक्टर, 14 फ्लाईओवर, 9 पक्के घाट और 12 किलोमीटर के अस्थायी घाट बनाए जा रहे हैं।
स्वच्छता के लिए नई योजनाएं
सीएम योगी ने कहा कि इस बार 1.5 लाख शौचालय बनाए जाएंगे और 10,000 से अधिक सफाईकर्मी तैनात किए जाएंगे। 67,000 स्ट्रीट लाइट्स और 2000 सोलर हाईब्रिड लाइट्स लगाई जाएंगी। 30 पॉन्टून ब्रिज और 1249 किमी पेयजल पाइपलाइन का निर्माण किया जाएगा।
डिजिटल कुम्भ की अनूठी पहल
महाकुंभ 2025 को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने के लिए प्रयागराज का डिजिटल टूरिज्म मैप तैयार किया जा रहा है। आगंतुक स्मार्टफोन के जरिए गंतव्य तक पहुंचने की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री का दिसंबर में आगमन
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के दूसरे सप्ताह में प्रयागराज आएंगे और महाकुंभ से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
सामाजिक सहभागिता का सम्मान
सीएम योगी ने कहा कि आयोजन में सफाईकर्मियों, नाविकों और अन्य कर्मियों की भूमिका को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आयोजन की सफलता के बाद वे प्रयागराज लौटकर स्वच्छता कर्मियों का अभिनंदन करेंगे।
महाकुंभ 2025 न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन करेगा, बल्कि स्वच्छता, सुरक्षा और डिजिटल समावेश के नए मानक स्थापित करेगा। यह आयोजन भारत की वैश्विक पहचान को और सशक्त बनाएगा।