श्रावण मास में काशी विश्वनाथ धाम की पहली बार हेलीकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी

वाराणसी। 11 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा के लिए इस बार अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। पहली बार धाम की निगरानी हेलीकॉप्टर और ड्रोन के जरिए की जाएगी। श्रद्धालुओं की भीड़ और संवेदनशीलता को देखते हुए वाराणसी पुलिस ने हाईटेक सुरक्षा योजना तैयार की है। प्रयागराज से वाराणसी तक नेशनल हाईवे-19 की एक लेन (करीब 20 किलोमीटर) पूरी तरह CCTV कैमरों की निगरानी में रहेगी। श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होने पर ड्रोन के जरिए आसमान से नजर रखी जाएगी।

हाईवे पर कांवरियों के लिए 12 अस्थायी पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी, जिनमें चार-चार बेड वाले लघु अस्पताल भी रहेंगे। इन अस्पतालों में श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार की सुविधा मिलेगी। खानपान की दुकानों पर वस्तुओं के दामों की सूची चस्पा करना अनिवार्य होगा। शुद्ध खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी पुलिस की होगी।

संवेदनशीलता की दृष्टि से हाल ही में गिरफ्तार पाकिस्तानी जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जैतपुरा से तुफैल और सारनाथ से बांग्लादेशी घुसपैठिया कोको की गिरफ्तारी ने पुलिस को सतर्क किया है। इसी के चलते सुरक्षा में एनएसजी के मानकों को शामिल किया गया है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि दो हेलीकॉप्टरों की मांग की गई है, जो निगरानी के साथ श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा भी करेंगे।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को छह जोन और 24 माइक्रो सेक्टर में बांटा जाएगा। गंगा घाटों पर स्नान करने वालों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती रहेगी। 12 निजी गोताखोर 24 घंटे मदद के लिए तैनात होंगे। हाईवे की तय लेन में महिला पुलिस भी ड्यूटी पर रहेगी। 2,500 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें 500 सादे कपड़ों में रहकर सुरक्षा इनपुट जुटाएंगे।

संगीत बजाने के लिए तय मानक लागू होंगे—भजन और शिवमहिमा के अलावा कोई अश्लील गीत नहीं बजेगा। निगरानी के लिए अत्याधुनिक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिससे हर गतिविधि पर रियल टाइम नजर रखी जाएगी। कुल मिलाकर, शिवमय श्रावण मास के लिए वाराणसी पुलिस ने सुरक्षा का मजबूत और आधुनिक रोडमैप तैयार किया है।

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